By अभिनय आकाश | Nov 25, 2022
देशभर में धर्म और जाति के नाम पर राजनीति हमेशा से होती आई है। बिहार राज्य भी इससे अछूता नहीं है। लेकिन पहले तो प्रभु राम के नाम पर देश में सियासत होती थी। अब बिहार में माता सीता के नाम पर नया सियासी संग्राम छिड़ गया है। जदयू ने बिहार में माता सीता का मंदिर बनाने की मांग कर दी। पलटवार करते हुए बीजेपी ने इसे बेवजह की सियायत बताया है। दरअसल, बिहार सरकार के मंत्री और जदयू नेता विजेंद्र यादव की तरफ से अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की तर्ज पर बिहार में सीता माता की जन्मस्थली सीतामढ़ी में माता सीता का मंदिर बनाए जाने की मांग की है। जदयू नेता ने कहा कि जिस तरह से बढ़-चढ़कर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बीजेपी नेता शामिल हुए। उसी तरीके से माता सीता के मंदिर के लिए भी पहल क्यों नहीं की जा रही है।
जदयू मंत्री ने बिहार औऱ मिथिलांचल की इस उपेक्षा बताते हुए कहा कि लगातार अपमान किया जा रहा है। माता सीता मिथिला की बेटी थीं। विजेंद्र यादव ने कहा कि बिहार की सांस्कृतिक विरासत को अपमानजनक तरीके से तोड़ा जा रहा है। सवाल उठाते हुए जदयू नेता ने कहा कि अगर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण बीजेपी ने कराया तो उसका दायित्व बनता है कि बिहार में माता सीता के मंदिर का निर्माण कराए। ये महिलाओं के प्रति अपमान का सवाल है।
जदयू मंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने इसे सियासत बताया है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ही सवाल उठा दिए। संजय जायसवाल ने पूछा कि नीतीश कुमार बताएं कि कितनी बार वो जनकपुर गए और माता सीता के मंदिर में गएं।