By अंकित सिंह | May 08, 2022
हिमाचल प्रदेश में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। लेकिन उससे पहले लगातार हिमाचल की राजनीति गर्म है। इन सबके बीच हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य गेट पर खालिस्तान समर्थक झंडे देखने के बाद से हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों की ओर से प्रशासन को इस बात की जानकारी दी गई। प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने फौरन विधानसभा गेट से खालिस्तानी झंडे हटवा दिए। दीवारों पर भी खालिस्तान लिख दिया गया था जिसे पुलिस की टीम ने ही सुबह सवेरे मिटा दिया है। घटना सामने आने के बाद ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भी बयान सामने आ गया। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सौहार्दपूर्ण राज्य है और यहां शांति कायम रहनी चाहिए। धर्मशाला में हुई घटना के दोषी जहां भी होंगे उन्हें शीघ्र पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि उन लोगों का यह कायरतापूर्ण दौर अब अधिक नहीं चलेगा। निश्चित तौर पर इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि इस घटना के बाद से अब राजनीतिक बवाल भी शुरू हो गया है। इस पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरी भाजपा एक गुंडे को बचाने में लगी है और उधर ख़ालिस्तानी झंडे लगाकर चले गए। जो सरकार विधान सभा ना बचा पाए, वो जनता को कैसे बचाएगी। ये हिमाचल की आबरू का मामला है, देश की सुरक्षा का मामला है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार पूरी तरह फेल हो गयी। वहीं कुमार विश्वास ने भी इस घटना को लेकर एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि देश मेरी चेतावनी को याद रखे। पंजाब के वक़्त कहा था, उसकी अब इस दूसरे प्रदेश पर नज़र है। मैंने पहले भी चेताया था, फिर कह रहा हूँ।
अपने ट्वीट में कुमार विश्वास ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन कहीं ना कहीं इशारों ही इशारों में उनका निशाना आम आदमी पार्टी पर था। इस घटना को लेकर हरियाणा के मंत्री अनिल विज का भी बयान सामने आया है। अनिल विज ने कहा कि हम इनकी जड़ें उखाड़ कर फेंक देंगे। हम देश की अमन शांति को बिगड़ने नही देंगे। हम इन पर पूरी तरह से नज़र बनाए हुए हैं। हम देश का भाईचारा और देशभक्ति को टूटने नहीं देंगे।