By अंकित सिंह | Mar 26, 2024
2024 चुनाव को लेकर नेताओं की बयान बाजी जारी है। इन सबके बीच कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत मुश्किलों में दिखाई दे रही हैं। दरअसल, सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट की थी। इसी को भाजपा ने मुद्दा बना लिया है और साफ तौर पर महिलाओं के स्मिता के साथ इस जोड़ दिया है। पूरे मामले को लेकर बीजेपी फ्रंट फुट पर खेलती हुई दिखाई दे रही है। वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने अपना बचाव जरूर किया। लेकिन उनकी पार्टी कहीं ना कहीं इस विषय को लेकर भाजपा पर आक्रामक पलटवार नहीं कर रही है। कुल मिलाकर देखें तो लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को कांग्रेस और हिंदी गठबंधन के खिलाफ बड़ा मुद्दा मिल गया है। कंगना रनौत ने मंगलवार को कहा कि प्रत्येक महिला, चाहे उसकी पृष्ठभूमि तथा पेशा कुछ भी हो, वह सम्मान की हकदार है। उन्होंने कहा कि वह खासतौर से मंडी को लेकर कांग्रेस नेताओं की टिप्प्णियों से आहत हैं जहां से वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।
श्रीनेत के ‘इंस्टाग्राम’ अकाउंट से रनौत के बारे में कथित आपत्तिजनक पोस्ट किया गया, जिसे बाद में हटा दिया गया। किसान कांग्रेस के प्रदेश संयुक्त समन्वयक अहीर ने भी रनौत के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी की थी। इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में श्रीनेत ने बीजेपी नेता की तस्वीर पोस्ट की और हिंदी में आपत्तिजनक कैप्शन लिखा। हालाँकि, उसने बाद में दावा किया कि "किसी" ने जिसके पास उसके मेटा खातों तक पहुंच थी, उसने पोस्ट किया था जिसे हटा दिया गया है। सुप्रिया श्रीनेत ने साफ तौर पर इससे इनकार किया है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मेरे फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट तक कई लोगों की पहुंच है। उनमें से किसी ने आज बेहद अनुचित पोस्ट कर दी। जैसे ही मुझे पता चला तो मैंने वो पोस्ट डिलीट कर दी। उन्होंने कहा कि मैं विचारधारा की लड़ाई पूरी ताक़त से लड़ती हूँ, लेकिन किसी भी महिला के ख़िलाफ़ कोई भद्दी व्यक्तिगत टिप्पणी कभी नहीं करती - ऐसा करने की घोर विरोधी हूँ।
काग्रेस पर वार करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि कंगना रनौत का राजनीति में प्रवेश इस बात का प्रतिबिंब नहीं है कि आप कौन हैं, बल्कि इस बात का प्रतिबिंब है कि उन्होंने क्या किया है और आगे भी करने में सक्षम हैं, क्योंकि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि मजबूत महिलाओं के साथ कैसे व्यवहार किया जाए। जीत की ओर मार्च करें। विजयी भव! बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, "...मंडी से लोकसभा टिकट पाने वाली कंगना रनौत पर सुप्रिया श्रीनेत ने घृणित टिप्पणी और पोस्टरबाजी की है...।" उन्होंने कहा कि यह बेहद घृणित है। क्या प्रियंका गांधी बोलेंगी? क्या खड़गे जी उन्हें बर्खास्त करेंगे! अब "हाथरस" लॉबी कहाँ है? पहले उन्होंने संदेशखाली को, फिर लाल सिंह को कांग्रेस से टिकट मिलने को और अब इसे सही ठहराया। मनोज तिवारी ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि महिलाओं और कलाकारों के प्रति कांग्रेस की ऐसी सोच है। रियल और रील लाइफ में फर्क है। भाजपा भारत के कलाकारों और महिलाओं का सम्मान करती है। बीजेपी नेता बांसुरी स्वराज ने कहा कि देश की एक महिला पर ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस पार्टी को माफी मांगनी चाहिए। यह कांग्रेस की असली मानसिकता को दर्शाता है।
सुप्रिया श्रीनेत की टिप्पणी को भाजपा चुनावी मौसम में भुनाने की कोशिश कर रही है। भाजपा इसे महिला सम्मान के साथ जोड़ रही है। साथ ही साथ यह भी बताने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस महिलाओं का सम्मान नहीं करती। भाजपा संदेशखाली के बाद एक बार फिर से आधी आबादी के वोट को टारगेट करने की कोशिश में है। भाजपा इस बात का दावा लगातार करती है कि महिलाओं का समर्थन पीएम मोदी के साथ है। भाजपा सुप्रिया श्रीनेत के खिलाफ लगातार कार्रवाई की मांग कर रही है। कांग्रेस भी इस मुद्दे को ज्यादा तूल देने की कोशिश में नहीं है। अगर कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रियाएं दी जाएगी तो मुद्दा बड़ा होगा और कहीं ना कहीं चुनाव पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। इसलिए पूरे मामले को खामोशी से डील करने की कोशिश कांग्रेस की ओर से हो रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर सुप्रिया श्रीनेत और एचएस अहीर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।