By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 22, 2021
अलप्पुझा (केरल)। भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी रंजीत श्रीनिवास की हाल में हुई हत्या के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन वे हमलावर नहीं हैं, बल्कि इन लोगों ने हमलावरों को साजो-सामान मुहैया कराया था। पुलिस ने बुधवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि श्रीनिवास और एसडीपीआई के स्थानीय नेता के. एस. शान की हत्याओं के पीछे ‘बड़ी साजिश’ हो सकती है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग पहली नजर में एसडीपीआई के हमदर्द प्रतीत होते हैं।
राज्य में हंगामा खड़ी करने वाली दोनों राजनीतिक हत्याओं की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) विजय साखरे ने कहा, ‘‘श्रीनिवास और शान की हत्याओं के पीछे बड़ी साजिश हो सकती है।’’ उन्होंने कहा कि वारदात में प्रत्यक्ष रूप से शामिल (हमलावरों) लोगों की पहचान करने के लिए संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
उन्होंने कहा, ‘‘गिरफ्तार किए गए लोग हमला करने वालों में से नहीं हैं। लेकिन ये लोग साजिश का हिस्सा थे और हमलावरों को सारा साजो-सामान मुहैया कराया था। जांच सही गति से चल रही है।’’ लेकिन, एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने एसडीपीआई नेतृत्व के आरोपों से इंकार किया कि पुलिसकर्मियों ने उनके कार्यकर्ताओं को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने को कहा। साखरे ने कहा, ‘‘अगर कोई आरोप साबित कर दे तो मैं अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दूंगा।’’
एसडीपीआई के राज्य सचिव शान की शनिवार की रात घर लौटते हुए एक गिरोह ने हत्या कर दी थी। वहीं भाजपा के ओेबीसी मोर्चा के राज्य सचिव श्रीनिवास की रविवार की सुबह कुछ हमलावरों ने उनके परिवार के सामने काट कर हत्या कर दी थी। हत्याओं की पृष्ठभूमि में राज्य सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में मंगलवार को हत्याओं की एक स्वर से निंदा की और सभी राजनीतिक दलों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया। राज्य पुलिस की ओर से कथित लापरवाही को लेकर विपक्ष की कटु आलोचना के बीच सरकार ने कहा कि हत्याओं में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर न्याय की जद में लाया जाएगा।