By रेनू तिवारी | Aug 14, 2024
गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद को मार गिराने वाले पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 13 अप्रैल 2023 को झांसी में मुठभेड़ में असद और मोहम्मद गुलाम को मार गिराने वाली एसटीएफ टीम के छह सदस्यों को राष्ट्रपति वीरता पदक मिला है। यूपी पुलिस के 17 जवानों को राष्ट्रपति वीरता पदक मिला है। असद का एनकाउंटर करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले नवेंदु सिंह और विमल कुमार सिंह की टीम को राष्ट्रपति वीरता पदक दिया गया।
असद और उसके साथी शूटर मोहम्मद गुलाम, दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे, झांसी के पास उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। पुलिस ने बताया कि उमेश पाल की हत्या के समय असद सीसीटीवी में कैद हो गया था और वह पिछले करीब 50 दिनों से फरार था। पुलिस ने बताया कि असद और गुलाम पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था और उन्होंने मोटरसाइकिल से भागने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि जब एसटीएफ टीम ने उन्हें घेर लिया तो उन्होंने उन पर गोलियां चला दीं और पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी में दोनों व्यक्ति मारे गए।
2005 में बसपा विधायक की हत्या के मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल की निर्मम हत्या को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 फरवरी को समाजवादी पार्टी पर माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया था और उन्हें नष्ट करने की कसम खाई थी।
पिछले सप्ताह पूर्व सांसद अतीक अहमद और पूर्व विधायक अशरफ की तीन बंदूकधारी युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इन युवकों ने गोलीबारी करते हुए धार्मिक नारे लगाए थे और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया था।