नई दिल्ली। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि हमें दुनिया के साथ आगे बढ़ना है। इसी के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति जी का अभिभाषण, देश के नागरिकों ने जिस आशा-आकांक्षाओं के साथ हमें इस सदन में भेजा है, उसकी एक तरह से प्रतिध्वनि है। उन्होंने नवनिर्वाचित सांसदों और पुराने सांसदों द्वारा चर्चा को सार्थक बनाने के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
इसे भी पढ़ें: मोदी के मजबूत नेतृत्व में हो रहा तेजी से बदलाव: हेमा मालिनी
इसी बीच प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव में मिले बहुमत का जिक्र करते हुए कहा कि कई दशकों के बाद देश ने एक मजबूत जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि 2019 का जनादेश पूरी तरह कसौटी पर कसने के बाद, हर तराजू पर तौलने के बाद, पल पल को जनता ने जांचा और परखा है और उसके आधार पर समझा है और तब जाकर फिर से हमें चुना है।
इसे भी पढ़ें: मोदी हैं तो टूरिज्म भी मुमकिन है, 45 दिन में ही पहुंचे रिकॉर्ड तोड़ सैलानी
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में प्रताप सारंगी का भी उल्लेख किया और कहा कि चर्चा के प्रारम्भ में पहली बार सदन में आए प्रताप सारंगी और आदिवासी समाज से आयी हमारी बहन हिना गावित ने जिस प्रकार से विषय को प्रस्तुत किया और जिस बारीकी से बातों को रखा, तो मैं समझता हूं कि मैं कुछ भी न बोलूं तो भी चलेगा।
यहां सुनें प्रधानमंत्री मोदी का पूरा संबोधन: