By प्रेस विज्ञप्ति | Oct 17, 2023
मुंबई। प्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल विकास केंद्र की संकल्पना राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने और ग्रामीण भागों के विकास को बढ़ावा देने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रामीण भागों में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के अवसर और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने को प्राथमिकता दी है। महाराष्ट्र की इस अभिनव संकल्पना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा उद्घाटन किया जाना भी गर्व की बात है। इसलिए, इस कार्यक्रम को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए योजना बनाए, ऐसा निर्देश मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज यहां पर दिया है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के करमकलों द्वारा गुरुवार 19 अक्टूबर 2023 को शाम 4 बजे राज्य में 511 प्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल विकास केन्द्रों का ऑनलाइन पद्धति से उद्घाटन किया जाएगा। इस कार्यक्रम की पूर्व तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री श्री शिंदे की अध्यक्षता में कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, उद्योग मंत्री उदय सामंत की उपस्थिति में राज्य के विभागीय आयुक्तों, जिला अधिकारियों और जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ ऑडियो विजुअल संचार प्रणाली के माध्यम (ऑनलाइन) से बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य सचिव मनोज सौनिक, राजस्व एवं वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजगपोल देवरा, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव डॉ. के. एच. गोविंदराज, ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव एकनाथ डवले, सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशक जयश्री भोज और आदि उपस्थित थे। इस बैठक में कौशल विकास आयुक्त डॉ. ए. रामास्वामी ने प्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल विकास केन्द्रों की संकल्पना और उद्घाटन समारोह की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
यह उद्घाटन समारोह प्रधानमंत्री श्री. मोदी के सबसे पंसदीदा विषयों से संबंधित है, ऐसा बताते हुए मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों और ग्रामीण भागों के विकास को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री श्री. मोदी ने इस कार्यक्रम के लिए अपना समय देकर इस योजना को ताकत दी है। इस उद्घाटन समारोह के माध्यम से इन केंद्रों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने का मौका मिला गया है। इस कार्यक्रम का राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने वाला है। इसलिए सभी यंत्रणा (सिस्टम) तैयार रहने चाहिए। इसमें कौशल विकास, उद्योग, राजस्व, ग्रामीण विकास के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग भी हिस्सा लें। इस तरह से योजना बनाई जाए कि महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय भी इसमें भाग ले सकें। यह एक शुरुआत है और आगे चलकर इन केंद्रों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। इसलिए पहले चरण में यह केंद्र जिन-जिन गांवों में शुरू किया जाने वाला है, उन गांवों के आस-पास के गांवों के नागरिक, जन प्रतिनिधि एवं विभिन्न घटकों को इसमें कैसे शामिल किया जा सकता है, इसकी भी योजना बनायें, ऐसा भी मुख्यमंत्री ने कहा है।
मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम की योजना के लिए जिला स्तर पर जिला अधिकारी के नेतृत्व में एक समन्वय समिति नियुक्त करने के भी निर्देश दिया है। इसके साथ ही सभी अधिकारियों को अपने-अपने परिसर के केंद्र पर उपस्थित रहकर इस उद्घाटन समारोह में शामिल हों, ऐसा भी आवाह्न श्री. शिंदे ने किया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह स्थल अगर मैदान है तो वहां मंडप लगाने, पीने के पानी की व्यवस्था करने, इंटरनेट की सुविधा, स्क्रीन लगाने, विद्युत की आपूर्ति सुचारु रुप करने की व्यवस्था के बारे में भी निर्देश दिये है।
इस कौशल विकास केंद्र के उद्घाटन समारोह में ग्राम पंचायत सदस्यों से लेकर जिला परिषद के सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, विधायक, सांसद, आशा और आंगनबाडी सेविकाओं आदि को भी हिस्सा लेने का निर्देश दिया गया है। इस कार्यक्रम में विश्वकर्मा योजना से जुड़े लाभार्थियों और इसी तरह से बलुतेदार घटकों को भी शामिल किया जाएगा।