By अभिनय आकाश | Feb 25, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने शनिवार को स्वच्छ ऊर्जा, व्यापार और नई प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान देने के साथ व्यापक वार्ता की। हैदराबाद हाउस में संयुक्त प्रेस मीट में जर्मनी के चांसलर और पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करता हूं। चांसलर स्कोल्ज कऊ वर्षों बाद भारत का दौरा कर रहे हैं। 2012 में उनकी भारत यात्रा हेमबर्ग के किसी भी मेयर की पहली भारत यात्रा थी। स्पष्ट है कि उन्होंने भारत जर्मनी संबंधों की संभावनाओं को बहुत पहले ही समझ लिया था। पिछली बार हमारी तीन बैठके हुईं और हर बार उनके विजन से हमारे द्विपक्षीय संबंधों को एक नई गति और ऊर्जा मिली है।
संयुक्त प्रेस मीट में पीएम मोदी ने कहा कि आज की बैठक में हमने सभी द्विपक्षीय मुद्दों तथा क्षेत्रीय एवं अतंरराष्ट्रीय विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की है। भारत और जर्मनी के मजबूत संबंध, साझा लोकतंत्रिक मूल्यों और एक दूसरे के हितों की गहन समझ पर आधारित है। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का लंबा इतिहास रहा है। विश्व की दो बड़ी लोकतांत्रकि अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ता सहयोग दोनों देशों की जनता के लिए लाभकारी तो है ही। तनावग्रस्त विश्व में इससे एक सकारात्मक संदेश भी जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि जर्मनी यूरोप में हमारा सबसे बड़ा ट्रेंडिग पार्टनर होने के साथ भारत में निवेश का भी महत्वपूर्ण स्रोत है।
स्कोल्ज़ के भारत की दो दिवसीय यात्रा पर दिल्ली आने के कुछ घंटों बाद वार्ता हुई। शीर्ष पद पर एंजेला मर्केल के ऐतिहासिक 16 साल के कार्यकाल के बाद दिसंबर 2021 में जर्मन चांसलर बनने के बाद यह उनकी देश की पहली यात्रा है। इससे पहले मोदी ने राष्ट्रपति भवन में स्कोल्ज की अगवानी की, जहां जर्मन नेता का रस्मी स्वागत किया गया। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा कि स्कोल्ज़ की यात्रा बहुआयामी भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने का एक अवसर है।