स्थापना दिवस पर बोले PM मोदी- भाजपा के लिए दल से बड़ा देश, अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा रहे लाभ

By अंकित सिंह | Apr 06, 2021

विश्व की सबसे बड़ी पार्टी और देश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी आज अपना 41वां स्थापना दिवस मना रही है। इस अवसर पर पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और पार्टी के शीर्ष नेता नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसके लिए दिल्ली मुख्यालय में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा के 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं की सेवा कैसे की जाती है। कार्यकर्ताओं के दम पर कैसे पार्टी आगे बढ़ती है। भाजपा ने हमेशा 'पार्टी व्यक्ति से बड़ी होती है' और 'राष्ट्र पार्टी से बड़ा होता है' के मंत्र पर काम किया है। यह परंपरा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बाद से जारी है और आज तक चल रही है। मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को आकार और विस्तार देने वाले हमारे आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी, आदरणीय मुरली मनोहर जोशी जी जैसे अनेकों वरिष्ठों का आशीर्वाद हमें हमेशा मिलता रहा है। देश का शायद ही कोई राज्य या जिला होगा, जहां पार्टी के लिए 2-3 पीढ़ियां न खप गई हों। मैं इस अवसर पर जनसंघ से लेकर भाजपा तक राष्ट्र सेवा के इस यज्ञ में अपना योगदान देने वाले हर व्यक्ति को आदर पूर्वक नमन करता हूं। डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी, अटल बिहारी वाजपेयी जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी, राजमाता सिंधिया जी, ऐसे अनगिनत महान व्यक्तित्वों को बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता की तरफ से मैं श्रद्धांजलि देता हूँ, श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की शक्ति है कि हम वो स्वप्न पूरा कर पाएं। अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को संवैधानिक अधिकार दे पाएं। जो लोग कहते हैं कि BJP चुनाव जीतने की मशीन है, वो एक प्रकार से भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता को समझ नहीं पाते। वो भारत के नागरिकों की सूझबूझ का आकलन नहीं कर पाते। सच्चाई ये है कि बीजेपी चुनाव जीतने की मशीन नहीं, देश और देशवासियों का दिल जीतने वाला एक अनवरत-अविरल अभियान है।  मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि पिछले साल कोरोना ने पूरे देश के सामने एक अभूतपूर्व संकट खड़ा कर दिया था। तब आप सब, अपना सुख-दुःख भूलकर देशवासियों की सेवा में लगे रहे।  आपने ‘सेवा ही संगठन’ का संकल्प लिया, उसके लिए काम किया। गांधी जी कहते थे कि निर्णय और योजनाएं वो हों जो समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाए। गांधी जी की उस मूल भावना को चरितार्थ करने के लिए हमने अथक प्रयास किया है। आज भाजपा से गांव-गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि आज वो पहली बार अंत्योदय को साकार होते देख रहा है। आज 21वीं सदी में जन्म देने वाला युवा, भाजपा के साथ है, भाजपा की नीतियों, भाजपा के प्रयासों के साथ है।

 

 मोदी ने कहा कि हमारे देश में राजनीतिक स्वार्थ के लिए दलों के टूटने के अनेकों उदाहरण हैं लेकिन देशहित में लोकतंत्र के लिए दल के विलय की घटनाएं शायद ही कहीं मिलेंगी। भारतीय जनसंघ ने ये करके दिखाया था। हमारी सरकार का मूल्यांकन उसके डिलिवरी सिस्टम से हो रहा है। ये देश में सरकारों के कामकाज का नया मूलमंत्र बन रहा है। बावजूद इसके, दुर्भाग्य ये है कि भाजपा अगर चुनाव जीते तो उसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है। बीजेपी का मतलब है वंशवाद पर आधारित राजनीति को हराना। इसका अर्थ है नेतृत्व करने में सक्षम होने का अवसर। इसका अर्थ है पारदर्शिता और सुशासन। इसका अर्थ है 'सबका साथ, सबका साथ, सबका विकास'। कार्यकर्ता भाजपा को ताकत देते हैं, जनता के बीच काम करते हुए संगठन की शक्ति को और बढ़ाते हैं। अपने जीवन, आचरण, प्रयासों से वो जनता का दिल जीतने का काम अविरत करते रहते हैं। कार्यकर्ताओं के प्रयासों से आज भाजप दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है।

 

इसे भी पढ़ें: जनसंघ का अनुभव और RSS का हाथ, ऐसे बनी बीजेपी अचूक, अभेद्य, अपराजेय


मोदी ने आगे कहा कि हमारे जो संस्कार हैं, हम राजनीतिक छुआछूत में विश्वास नहीं करते। इसलिए हम सरदार पटेल को समर्पित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर गर्व करते हैं। इसलिए हम बाबा साहेब के लिए पंचतीर्थ का निर्माण कर गर्व करते हैं। हम खुले दिल से, भाजपा के घोर विरोधी रहे व्यक्तित्वों का भी सम्मान करते हैं, उन्हें सम्मान देते हैं। भारत रत्न से लेकर पद्म पुरस्कार, इसका उदाहरण हैं। पद्म पुरस्कारों में हमने जो बदलाव किए हैं, वो तो अपने आप में पूरी एक गाथा है। ये भाजपा की है जहां कार्यकर्ता अपना तन, मन, धन देकर पार्टी की सेवा करते हैं। सैकड़ों कार्यकर्ता पार्टी के लिए अपना बलिदान दे चुके हैं। सैकड़ों कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है। मोदी ने कहा कि केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जाती हैं, उन पर हमले होते हैं, उनके परिवार पर हमले होते हैं। लेकिन अपनी विचारधारा के लिए वो अडिग रहते हैं, डटे रहते हैं। वहीं वंशवाद और परिवारवाद का हश्र भी 21वीं सदी का भारत देख रहा है। उन्होंने कहा कि आज गलत नरैटिव बनाए जाते हैं- कभी CAA को लेकर, कभी कृषि कानूनों को लेकर, कभी लेबर लॉ को लेकर, बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता को समझना होगा कि इसके पीछे सोची-समझी राजनीति है, ये एक बहुत बड़ा षड़यंत्र है।

 

प्रमुख खबरें

लालू का थोपड़ा साफ कर दिया है, बिहार-यूपी उपचुनाव ने नतीजों पर गिरिराज सिंह का विपक्ष पर तंज

IND vs AUS 1st Test: दूसरे दिन यशस्वी-राहुल की बेहतरीन पारी, विकेट के लिए तरसते दिखे कंगारू गेंदबाज

Aaditya Thackeray को जिताने में चाचा राज ने की बड़ी मदद! मगर उद्धव ने अमित को हरा दिया?

Wayanad से प्रियंका गांधी की जबरदस्त जीत, राहुल गांधी को भी छोड़ा पीछे, कही बड़ी बात