By अभिनय आकाश | Feb 15, 2022
पांच जनवरी को सुरक्षा में चूक होने के बाद बिना चुनावी सभा किए लौटे प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को पंजाब के जालंधर में पहली रैली की। लेकिन पीएम मोदी की रैली से जुड़ा एक नया विवाज खड़ा हो गया। पीएम के राज्य के दौरे की वजह से लागू किए गए 'नो फ्लाई जोन' की वजह से सूबे के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के हेलीकॉप्टर को चंडीगढ़ से उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गई। इस घटना के बाद सीएम चन्नी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो राज्य के मुख्यमंत्री हैं कोई आतंकवादी नहीं। उन्हें बेवजह परेशान किया गया।
चन्नी के हमले पर पलटवार करते हुए पीएम मोदी ने आठ साल पुराने वाक्या का जिक्र किया जब उन्हें साल 2014 में अपना हिमाचल दौरा रद्द करना पड़ा था। उन्होंने कहा, 'मैं यहां देव तालाव मंदिर में पूजा करना चाहता था, लेकिन पुलिस इसके लिए व्यवस्था नहीं कर पाई। मुझे कहा गया कि आप हेलिकॉप्टर से ही चले जाइए।' मोदी ने यह भी कहा कि 2014 के चुनाव में वह पठानकोट से हिमाचल में प्रचार के लिए जाना चाहते थे। लेकिन उस वक्त कांग्रेस के युवराज वहां आए हुए थे। इस कारण उनके हेलिकॉप्टर को उड़ान की अनुमति नहीं मिली।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दावा किया कि मोदी की यात्रा के मद्देनजर ‘‘नो-फ्लाई जोन’’ घोषित किए जाने के कारण उनके हेलीकॉप्टर को होशियारपुर और जालंधर के लिए उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गई। चन्नी को होशियारपुर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली में शामिल होने का कार्यक्रम था। चन्नी को सड़क मार्ग से ही प्रचार के लिए जाना पड़ा। चन्नी ने कहा कि हेलीकॉप्टर न उड़ने की वजह से वे राहुल गांधी की होशियारपुर की रैली में शामिल नहीं हो सके। उन्हें 4 घंटे इंतजार करना पड़ा।