By अंकित सिंह | Jun 23, 2022
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश की राजनीतिक हलचल तेज है। सत्तारूढ़ एनडीए की ओर से झारखंड के पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। द्रौपदी मुर्मू इसके लिए दिल्ली भी पहुंच चुकी हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद आज उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस मुलाकात को लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से मुलाकात हुई है। उनके राष्ट्रपति पद के नामांकन को समाज के सभी वर्गों द्वारा पूरे भारत में सराहा गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि जमीनी समस्याओं के बारे में उनकी समझ और भारत के विकास के लिए उनका विजन बेजोड़ है।
मुर्मू (64) प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। दिल्ली पहुंचने पर द्रौपदी मुर्मू का भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इससे पहले जब द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की ओर से उम्मीदवार घोषित किया गया था तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनकी सराहना की थी। उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा था कि लाखों लोग, जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और जीवन में कठिनाइयों का सामना किया है, वे द्रौपदी मुर्मू के जीवन से शक्ति प्राप्त करते हैं। नीतिगत मुद्दों पर उनकी समझ और उनकी दयालु प्रवृत्ति से देश को बहुत फायदा होगा।
मोदी ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने समाज की सेवा और गरीबों, वंचितों और शोषितों के सशक्तिकरण में अपना जीवन खपा दिया। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल भी उत्कृष्ट रहा। मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति साबित होंगी। राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से हैं। राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना होने से पहले ओडिशा में एक संक्षिप्त बयान में मुर्मू ने कहा था कि मैं सभी का धन्यवाद करती हूं और सभी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सहयोग मांगती हूं। मैं 18 जुलाई से पहले सभी मतदाताओं (सांसदों) से मिलूंगी और उनका समर्थन मांगूंगी। अगर वह चुनाव जीत जाती हैं, तो वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और इस पद पर काबिज होने वाली दूसरी महिला होंगी।