लोकसभा चुनाव से पहले ही PM Narendra Modi कर रहे हैं अगले कार्यकाल की तैयारी, जानें क्या है 5 सालों का प्लान

By दिव्यांशी भदौरिया | Mar 04, 2024

ऐसा पहली दफा देखने को मिल रहा है कि आगामी चुनाव की घोषणा से पहले ही किसी सरकार ने अगले कार्यकाल के एजेंड पर विस्तार से चर्चा की है।  बीते दिन मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद ने 8 घंटे तक मैराथन बैठक हुई। यह योजना नागरिकों को सशक्त बनाने और एक टिकाऊ अर्थव्यवस्था बनाने पर आधारित है। 25-वर्षीय योजना में भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में प्रौद्योगिकी और नवाचार के मामले में दुनिया को नेतृत्व प्रदान करने की परिकल्पना की गई है। क्या हुई चर्चा सरकारी सूत्रों के मुताबिक, मंत्रियों ने अगले 5 साल के लिए विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की।

विकसित भारत 2047 के एजेंडे पर हुई चर्चा

इस बैठक में न सिर्फ 'विकसित भारत 2047' के एजेंडे पर चर्चा हुई, इसके साथ कार्यकाल के पहले सौ दिनों के एजेंडे पर भी विचार-विमर्श हुआ। वहीं इस बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों को फालतु के बयानबाजी और डीप फेक से बचने के निर्देश दिए है। क्योंकि कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा हो सकती है।

अगले 5 वर्षों की कार्ययोजना

दरअसल, अप्रैस से मध्य मई 2024 तक सात से आठ चरणों में चुनाव होने की संभावना है। सूत्रों से पता चला है कि बैठक में प्रमुख तौर पर विकसित भारत-2047 के दृष्टि पत्र और अगले पांच सालों की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई।

पीएम मोदी का विकसित भारत 2047 योजना क्या है?

-  पिछले कुछ वर्षों में, विकसित भारत 2047 विजन पीएम मोदी के भाषणों का मुख्य फोकस रहा है। प्रधान मंत्री ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के ठीक 100 साल बाद, 2047 तक भारत को एक विकसित देश में बदलने के लिए अपनी सरकार की कार्य योजना की रूपरेखा तैयार की है।

- इस योजना में विकास के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है, जिनमें आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन शामिल हैं। पीएम मोदी ने पहले राष्ट्र से प्रतिज्ञा लेने के लिए कहा था, "मैं जो कुछ भी करूंगा वह विकसित भारत के लिए होना चाहिए"।

- सूत्रों ने कहा, "विकसित भारत" के रोडमैप में स्पष्ट रूप से व्यक्त राष्ट्रीय दृष्टि, आकांक्षाओं, लक्ष्यों और कार्य बिंदुओं के साथ एक व्यापक खाका है, इसके लक्ष्यों में आर्थिक विकास, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी), जीवन में आसानी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। व्यापार करने में आसानी, बुनियादी ढांचा और सामाजिक कल्याण।

-उन्होंने बार-बार विश्वास जताया है कि उनकी सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखेगी और उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए 370 सीटें और उनकी पार्टी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।

प्रमुख खबरें

Karnataka Bandh | 20 नवंबर को कर्नाटक बंद का ऐलान, विरोध के बीच 10 000 से ज़्यादा शराब की दुकानें भी नहीं खुलेंगी

Amazon Sale पर मिल रही हैं 7000 रुपये से कम में जबरदस्त Smart LED TV, जल्द ही खरीदें हाथ से ऑफर कहीं छूट न जाए

Kasba Peth सीट से भाजपा ने Hemant Rasane को दिया टिकट, उपचुनाव में कांग्रेस ने ढ़हाया था बीजेपी का किला

Pune Cantonment विधानसभा सीट के लिए सजा चुनावी रण, भाजपा ने वर्तमान विधायक Sunil Kamble पर लगाया अपना दांव