PM Modi Speech : Manipur में शांति की अपील, देशवासियों को कहा परिवारजन, पीएम मोदी के भाषण की शानदार बातें

By रितिका कमठान | Aug 15, 2023

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर पर लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराया और आजादी के 77वें महोत्सव की शुरुआत की। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित भी किया। उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए सबसे पहले आजादी दिलाने में अपनी जान गंवाने वाले शहीदों और सेनानियों को याद किया और उन्हें नमन किया।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण की शुरुआत करते ही दो महीनों से हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में शांति स्थापित करने की अपील की। उन्होंने इस संबोधन में मणिपुर हिंसा पर सबसे पहले चर्चा की। उन्होंने कहा कि मणिपुर में बीते दिनों हिंसा का दौर चला, लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। पूरा भारत मणिपुर के लोगों के साथ है। मां बेटियों के सम्मान से खिलवाड़ हुआ। उन्होंने अपील की कि मणिपुर के लोग शांति के पर्व को आगे बढ़ाए। शांति से ही हर हल निकलता है। केंद्र और राज्य सरकार शांति बनाए रखने के लिए भरपूर प्रयास कर रही और करती रहेगी।

 

ये रही पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें

- देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और जनसंख्या में अग्रणी देश, मेरे परिवार के 140 करोड़ सदस्य आजादी का जश्न मना रहे है। मैं देश के जनों को, दुनिया में भारत को प्यार करने वालों और सम्मान करने वालों को इस पर्व की अनेक शुभकामनाएं देता हूं।

 

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान देश को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रृद्धांजलि भी अर्पित की। उन्होंने कहा कि मैं सभी वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने इस देश की आजादी के लिए अपना योगदान दिया है।

 

- संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस बीते कुछ सप्ताह से नॉर्थ ईस्ट खासतौर से मणिपुर हिंसा से व्याप्त है। कई लोगों को जीवन खोना पड़ा है। मां-बेटियों के सम्मान के साख खिलवाड़ हुआ है। मगर अब वहां से कई दिनों से लगातार शांति की सूचना मिल रही है। पूरा देश मणिपुर के लोगों के साथ है। पिछले कुछ दिनों से जो शांति यहां स्थापित हुई है उसे ही आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा।

 

- उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि अमृतकाल में प्रवेश कर रहे है। इस काल खंड में जितना अधिक काम करेंगे, जो कदम उठाएंगे, त्याग करेंगे और फैसले लेंगे वो ही आगामी एक हजार वर्षों तक देश का स्वर्णिम इतिहास रचेंगे। इस काल में होने वाली घटनाएं ही आने वाले एक हजार वर्षों तक अपना प्रभाव छोड़ेंगी।

 

- नए वर्ल्ड ऑर्डर की हुंकार भरते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मां भारती जागृत हो चुकी है। दुनिया में भारत के प्रति, नई आशा, नया विश्वास जागा है। उन्होंने संबोधन में खासतौर से तीन 'डी' का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी है, जो भारत को आगे ले जाएगी। ये हमारी त्रिवेणी है।

 

- भारत के सिर्फ बड़े शहर ही नहीं टियर 2, टियर 3 के शहर भी आगे बढ़ रहे है। देश के नौजवानों को मैं बताना चाहता हूं कि देश में कई अवसर है। देश आसमान से भी अधिक अवसर देने में समृद्ध है।

 

- देश की वर्तमान सरकार सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को ध्यान में रखकर काम करती है। भारत पुरानी सोच छोड़कर नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए काम कर रहा है। नया भारत आत्मविश्वास से परिपूर्ण है जो संकल्पों को चरितार्थ करने में जुटा है। ये भारत न ही रुकता है और न ही थकता है, न हांफता है और ना ही हारता है। मैं देख रहा हूं कि कोविड के बाद एक नया ग्लोबल ऑर्डर, एक नया भू-राजनीतिक समीकरण, बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य दिख रहा है।

 

- देश की नई संसद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बीते 25 वर्षों से नई संसद बनाने को लेकर चर्चा हो रही है। मगर मोदी ने समय से पहले ही नई संसद को बना दिया है क्योंकि ये काम करने वाली सरकार है जो निर्धारित लक्ष्यों के साथ काम करती है। सपनों को सिद्ध करने और संकल्पों को पाने के लिए तीन बुराइयों से लड़ना जरुरी है। ये लड़ाई भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण के खिलाफ है। भ्रष्टाचार ने हमारे देश को दीमक की तरह नोंचा है। मोदी के जीवन का ध्येय है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखूंगा। दूसरा परिवारवाद ने हमारे देश को नोंच लिया। परिवारपाद जिस तरह से देश को जकड़े हुए रहा उसने लोगों के हक छीने। तीसरा तुष्टिकरण के कारणदेश की मूलभूत चिंतन को, हमारे राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिए हैं। हमें इन तीनों बुराइयों के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है।

 

- हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ नफरत पैदा करनी है। उस भारत का निर्माण करना है जिसका सपना पूज्य बापू ने देखा था। हमें वो भारत बनाना है, जो हमारे स्वतंत्रता सेनानी चाहते थे। हमारे वीर शहीदों और वीरांगनाओं के सपनों का भारत बनाना है, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना जीवन दे दिया था।

 

- पीएम मोदी ने ऐलान किया कि वो अगली बार भी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, आपके संकल्प, उसमें हुई प्रगति, उसकी सफलता और गौरवगान पूरे आत्मविश्वास से आपके सामने प्रस्तुत करूंगा। 

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