By अभिनय आकाश | Sep 09, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इस समिट की अध्यक्षता करना मेरे और भारत के लिए खुशी की बात है। आज की इस बैठक के लिए हमारे पास विस्तृत एजेंडा है। पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावकारी आवाज़ है। विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए भी यह मंच उपयोगी रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह भी पहली बार हुआ कि ब्रिक्स ने मल्टीलिटरल सिस्टम्स की मजबूती और सुधार पर एक साझा पोजिशन ली। हमने ब्रिक्स “काउंटर टेरिरज्म एक्शन प्लान” भी अडॉप्ट किया है। हाल ही में पहले ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन का आयोजन हुआ। तकनीक की मदद से स्वास्थ्य तक पहुंच बढ़ाने के लिए यह एक नया कदम है। नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलें।
अफगानिस्तान समस्या पर बोले पुतिन
ब्रिक्स सम्मेलन में अफगानिस्तान पर व्लादीमीर पुतिन ने कहा कि दुनिया के सामने सुरक्षा की चुनौतियां हैं और आतंकवाद पर नियंत्रण जरूरी है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान अपने पड़ोसी देशों के लिए खतरा न बने, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी का स्रोत न बन जाए। अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना और उसके सहयोगियों की वापसी ने एक नया संकट पैदा कर दिया है, और यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि यह वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा को कैसे प्रभावित करेगा।
13 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चीनी के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में हमारे 5 देशों ने खुलेपन, समावेशिता और समानता की भावना में रणनीतिक संचार और राजनीतिक विश्वास बढ़ाया, एक-दूसरे की सामाजिक व्यवस्था का सम्मान किया, राष्ट्रों के लिए एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए रास्ते तलाशे। चाीनी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने व्यावहारिकता, नवाचार और समान सहयोग की भावना से सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में ठोस प्रगति की है। हमने बहुपक्षवाद का समर्थन किया है।