By अंकित सिंह | Nov 26, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में ही नोएडा में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट जेवर एयरपोर्ट की आधारशिला रखी। भले ही प्रधानमंत्री का यह सरकारी कार्यक्रम था। लेकिन इसे कहीं ना कहीं आगामी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मौजूद थे। वर्तमान के दिनों में देखें तो योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के संबंध सामान्य नहीं बताए जा रहे हैं। लेकिन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें साथ लाने के पहल की शुरुआत की। आमतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी कार्यक्रम में नेताओं के साथ हाथ में हाथ डालकर ऊपर उठाते कम ही देखा गया है। लेकिन उन्होंने नोएडा में इसको किया।
प्रधानमंत्री के दाईं तरफ जहां योगी आदित्यनाथ थे तो बाई तरफ केशव प्रसाद मौर्य बैठे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने जहां अपने संबोधन में योगी आदित्यनाथ की तारीफ की तो ही केशव प्रसाद मौर्य को भी अपना पुराना सहयोगी और कर्मठ नेता बताया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केशव प्रसाद मौर्य के बीच काफी लंबी बातचीत वाली तस्वीर भी सामने आई। तस्वीरों की सियासत को समझे तो एक बात साफ तौर पर दिखाई दे रही थी कि प्रधानमंत्री इस बात की कोशिश लगातार कर रहे हैं कि केशव प्रसाद मौर्य के मन में कोई नाराजगी नहीं रहे।
यूपी के इन दोनों नेताओं को एक साथ, एक राह पर लाने की कवायद खुद पीएम मोदी ने शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री खुद रूठे को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही साथ तस्वीरों के जरिए उत्तर प्रदेश को बड़ा सियासी संकेत भी दे रहे हैं। भाजपा को पता है कि योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के बीच की बिगड़ी सियासी केमिस्ट्री से कहीं उसे चुनावी नुकसान उठाना ना पड़ जाए, यही कारण है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे बैलेंस करने में जुटे हुए हैं।