By अंकित सिंह | Feb 05, 2020
राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 87 दिन बाद केद्र सरकार ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नाम के एक ट्रस्ट की घोषणा की है। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद संसद में की। PM मोदी ने कहा कि करोड़ों देशवासियों की तरह ही मेरे हृदय के करीब है इस विषय पर बात करना मैं अपना सौभाग्य समझता हूं। ये विषय श्रीराम जन्म भूमि से जुड़ा हुआ है। ये विषय है अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर से जुड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में ‘‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’’ के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया, यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा। उन्होंने कहा कि 9 नवंबर, 2019 को मैं करतारपुर साहिब कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पंजाब में था। वो एक अद्भुत अनुभव था। मुझे राम जन्मभूमि मामले पर ऐतिहासिक निर्णय के बारे में पता चल गया था, जबकि मैं वहां था।
मोदी ने कहा कि SC ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला दिया था। इसने सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने को भी कहा था। आज सुबह, एक बैठक में, SC के निर्णय के अनुरूप बड़े फैसले लिए गए हैं। हमने अयोध्या में यूपी सरकार को सुन्नी वक्फ बोर्ड के लिए 5 एकड़ जमीन देने का अनुरोध किया। यूपी सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। सरकार ने राममंदिर के दर्शन के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए एक और बड़ा फैसला किया है। मेरी सरकार ने फैसला किया है कि अधिकृत भूमि, जो लगभग 67.703 एकड़ है और अंदर और बाहर का आंगन है, को राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र में स्थानांतरित किया जाएगा।
PM मोदी ने कहा कि 9 नवंबर को राम जन्मभूमि पर फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर विश्वास जताते हुए बहुत परिपक्वता का उदाहरण दिया था। मैं आज सदन में देशवासियों के परिपक्व व्यवहार की प्रसंशा करता हूं। हमारी संस्कृति, परंपराएं, हमें वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवन्तु सुखिनः का दर्शन देती हैं और इसी भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं। हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग एक बृहद परिवार के सदस्य हैं। इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी, स्वस्थ रहे, समृद्ध रहे, देश का विकास हो, इसी भावना के साथ मेरी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के सिद्धांत पर चल रही।