By अंकित सिंह | Jun 26, 2024
लोकसभा ने बुधवार को ध्वनि मत से भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला को निचले सदन का अध्यक्ष चुना। बिरला के चुनाव के बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी और कहा कि वह अगले पांच वर्षों के लिए अध्यक्ष के मार्गदर्शन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। मोदी ने संसद के निचले सदन को संबोधित करते हुए बिरला से कहा, "आपकी मधुर मुस्कान पूरे सदन को खुश रखती है...पिछली लोकसभा ने आपके नेतृत्व में कई अग्रणी कानून पारित किए।"
मोदी ने कहा कि अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के रूप में एक बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। हम सबको विश्वास है कि आप आने वाले 5 साल हम सब का मार्गदर्शन करेंगे और देश की आशाओं-अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए ये सदन जो दायित्व निभाएगा, उसमें आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार आपने संभाला है, ये अपने आप में एक नया रिकॉर्ड बनते हुए हम देख रहे हैं। श्रीमान बलराम जाखड़ जी ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जिन्हें 5 साल का कार्यकाल पूरा करके, फिर दोबारा स्पीकर बनने का अवसर मिला था। उनके बाद आप हैं, जिन्हें 5 साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है।
प्रधान मंत्री ने कहा कि आप जिस प्रकार से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली हमारे first timer और युवा सांसदों को जरूर प्रेरणा देगी। उन्होंने कहा कि हमारा ये संसद 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है। संसद की कार्यवाही, जवाबदेही और आचरण हमारे देशवासियों के मन में लोकतंत्र के प्रति निष्ठा को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
उन्होंने कहा कि आदरणीय अध्यक्ष जी मुझे विश्वास है कि आप तो सफल होने ही वाले हैं। लेकिन आपकी अध्यक्षता में ये 18वीं लोकसभा भी सफलतापूर्वक देश के नागरिकों के सपनो को पूर्ण करेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में, आपकी अध्यक्षता में, संसद ने कुछ ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। जब भी 17वीं लोकसभा का जिक्र होगा, आपका नाम सदन की मार्गदर्शक रोशनी के रूप में चमकेगा। विभिन्न विधेयकों के माध्यम से, 17वीं लोकसभा ने विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण दिया, जम्मू और कश्मीर को शेष भारत के साथ एकीकृत किया, नए आपराधिक कानून लाए, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा की और सामाजिक और राष्ट्रीय कल्याण के लिए कई अन्य मील के पत्थर हासिल किए। इसे आने वाली पीढ़ियाँ आपकी विरासत के रूप में याद रखेंगी।