दिल्ली के करावल नगर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने अरव्ंद केजरीवाल और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव में एक ओर आम आदमी पार्टी की सरकार है जिन्होंने बड़े-बड़े वादे करके, दिल्ली में 5 साल तक शासन किया और दिल्ली को आगे ले जाने की जगह पीछे ले जाने का काम किया है। केजरीवाल आज पुराने वादे याद नहीं करते हैं। वो जब भी आएं तो उन्हें पूछना कि नए स्कूल बनाने थे वो कहां हैं। 700 से ज्यादा स्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं हैं। कई स्कूलों में विज्ञान संकाय नहीं है। स्कूलों में 19,000 शिक्षकों की कमी है। शाह ने कहा कि केजरीवाल ने कहा था कि 15 लाख सीसीटीवी कैमरा लगाएंगे। क्या सब जगह सीसीटीवी लगे हैं? 5,000 बसें खरीदने की बात कही थी। लेकिन सिर्फ 300 बसें खरीदकर मीडिया में खबर दे दी। अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने का वादा किया था, एक भी कर्मचारी को स्थाई नहीं किया।
केजरीवाल पर हमला जारी रखते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने चुनाव से पहले वादा किया था कि सत्ता में आए तो सरकारी बंगला नहीं लेंगे। लेकिन शपथ लेने के बाद पहले सरकारी बंगला लिया। इन्होंने कहा था कि सरकारी गाड़ी नहीं लेंगे, लेकिन 5 साल सरकारी गाड़ी में घूमे। दिल्ली की जनता ने इनसे जवाब मांगना चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने लोगों से कहा कि दिल्ली में एक बार भाजपा की सरकार बना दो, जहां झुग्गी है वहीं उनको 2 रूम का पक्का फ्लैट देने का काम भाजपा सरकार करने वाली है। कांग्रेस पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि दिल्ली में सिख दंगे हुए और जो गुनाह करने वाले लोग थें वही कोतवाल बन गए। नरेन्द्र मोदी सरकार बनी और हमने जेपी माथुर जी की अध्यक्षता में एसआईटी बनाई और आज दंगे करने वाले जेल की सलाखों के पीछे हैं। भाजपा की परंपरा है कि हम जो कहते हैं, वो हम करते हैं। मोदी जी कहते हैं कि देश बदला, अब दिल्ली बदलनी है।
गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू किया था। किसी में 370 को हटाने की हिम्मत नहीं थी। भाजपा कार्यकर्ता तो शुरुआत से नारा लगाते हैं कि “जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वो कश्मीर हमारा है।“ नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को उखाड़कर फेंक दिया। 500 साल से सभी भारतीय चाहते थे कि जहां प्रभु श्रीराम जी का जन्म हुआ था वहां राम मंदिर बने। जब भी कोर्ट में केस चलता था तो कांग्रेस के वकील कपिल सिब्बल केस चलने नहीं देते थे। एक बार आपने फिर से मोदी जी की सरकार बना दी। सुप्रीम कोर्ट में केस आया, केस चला और पांचों जजों ने कह दिया कि उसी स्थान पर मंदिर बनेंगे, जहां प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ है। JNU में भारत विरोधी नारे लगाये, तो मोदी जी ने उन्हें जेल में डाल दिया। अब उनको सजा कराने के लिए दिल्ली सरकार की परमिशन चाहिए, लेकिन वो नहीं दे रहे। अगर केजरीवाल जी वोट मांगने आएं तो उन्हें कहना कि पहले टुकड़े-टुकड़े गैंग को सजा दिलवाने की परमिशन दीजिए। ये लोग दिल्ली में दंगे करवाने वाले लोग हैं, इनके नेतृत्व में दिल्ली सुरक्षित नहीं रह सकती। दिल्ली को सुरक्षित करना है तो नरेन्द्र मोदी जी का हाथ मजबूत करना पड़ेगा।