By नीरज कुमार दुबे | Jul 25, 2023
विपक्ष ने इंडिया नामक गठबंधन बनाकर एनडीए को चुनौती देने की ठानी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गठबंधन को देश का अब तक का सबसे ‘दिशाहीन’ गठबंधन करार दिया और ईस्ट इंडिया कंपनी तथा इंडियन मुजाहिदीन जैसे नामों का हवाला देते हुए कहा कि केवल देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडियन नेशनल कांग्रेस एक अंग्रेज ने बनायी थी। ईस्ट इंडिया कंपनी भी अंग्रेजों ने बनाई थी। उन्होंने कहा कि आज कल लोग इंडियन मुजाहिद्दीन और इंडियन पीपुल्स फ्रंट भी नाम रखते हैं...तो चेहरे पर चेहरे चढ़ा लेते हैं, सच्चाई कुछ और है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। मोदी ने संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्ष की आलोचना की और भरोसा जताया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत के बाद सत्तारुढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को लगातार तीसरा कार्यकाल मिलना तय है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष के ‘हताश और निराश’ व्यवहार का उल्लेख करते हुए कहा कि उसके इस रुख से यह दिखाई पड़ता है कि उसने आने वाले कई वर्षों तक विपक्ष में रहने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस का पलटवार
दूसरी ओर, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री द्वारा विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधे जाने के बाद उन पर पलटवार किया और आरोप लगाया कि वह इस गठबंधन से बहुत परेशान हैं और विरोध करते-करते ‘इंडिया’ से ही नफरत करने लगे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मणिपुर की बात हम कर रहें हैं, प्रधानमंत्री जी सदन के बाहर ‘इंडिया’ को ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ बोल रहें हैं ! कांग्रेस पार्टी हमेशा 'मदर इंडिया' यानी 'भारत माता' के साथ रही है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘अंग्रेज़ों के ग़ुलाम तो भाजपा के राजनीतिक पूर्वज ही थे। प्रधानमंत्री जी, अपनी ऊल-जुलूल बयानबाज़ी से देश का ध्यान भटकाना बंद कीजिये।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी जी, आप हमें जो चाहें वो संबोधित कर लें। हम इंडिया हैं। हम मणिपुर पर मरहम लगाने और हर महिला एवं बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेंगे। हम राज्य के सभी लोगों के लिए प्यार और शांति वापस लाएंगे। हम मणिपुर में भारत की अवधारणा का पुनर्निर्माण करेंगे।’’
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर पर खामोश हैं लेकिन बाकी सब मुद्दों पर बोलते हैं। उधर, भाजपा सांसद रवि किशन ने विपक्ष की ओर से की जा रही आलोचना को लेकर विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया। बहरहाल, विपक्ष ने हाल ही में जो इंडिया नामक गठबंधन बनाया है उसे सकारात्मक राजनीति के साथ शुरुआत कर देशवासियों का दिल जीतना चाहिए। लेकिन दिख रहा है कि सिर्फ विपक्षी गठबंधन का नाम बदला है, राजनीति का स्टाइल वही पुराना है।