By अनुराग गुप्ता | May 23, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान की राजधानी टोक्यो पहुंचे हैं। यहां पर भारतीय मूल के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया और मोदी-मोदी के नारे लगाए। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में बताया कि टोक्यो पहुंच गया हूं। इस यात्रा के दौरान क्वाड शिखर सम्मेलन सहित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा, क्वाड नेताओं से मुलाकात करूंगा, जापान के शीर्ष उद्योगपतियों से संवाद करूंगा और जीवंत भारतीय समुदाय से मुखातिब होऊंगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी का एक लेख जापान के एक अग्रणी अखबार में प्रकाशित हुआ है। जिसमें उन्होंने कहा कि भारत और जापान स्थिर एवं सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अहम स्तंभ हैं तथा दोनों देशों की साझेदारी शांति, स्थिरता व समृद्धि के लिए है। भारत और जापान के बीच संबंधों पर लिखा गया यह लेख प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर शेयर किया है।
क्वाड शिखर सम्मेलन पर भड़का चीन
क्वाड शिखर सम्मेलन को लेकर चीन ने अपनी भड़ास निकाली है। चीन का मानना है कि इस सम्मेलन का विफल होना तय है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बताया कि यह 'हिंद प्रशांत रणनीति' अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अधिकाधिक सतर्कता एवं चिंता पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की 'हिंद-प्रशांत रणनीति' विफल रणनीति ही बनने जा रही है।
दरअसल, चीन उस क्षेत्र को एशिया-प्रशांत क्षेत्र कहता है और वह हिंद-प्रशांत रणनीतिक अवधारणा के विरूद्ध है जिसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरान अहमियत मिली और अब उसे उनके उत्तराधिकारी जो बाइडन जोरदार ढंग से आगे बढ़ा रहे हैं।
वांग यी ने बताया कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र को भू-राजनीतिक मंच के बजाय शांतिपूर्ण विकास की भूमि होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि एशिया-प्रशांत को किसी ब्लॉक, नाटो या शीत युद्ध में तब्दील करने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी।
PM मोदी की 40 घंटे की जापान यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की जापान यात्रा 40 घंटे की है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी जापान के 35 बिजनेस लीडर्स और सीईओज से भी मुलाकात करेंगे। क्वाड शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान रूस-यूक्रेन मुद्दे पर भी विस्तृत चर्चा होगी।
आपको बता दें कि क्वाड में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल है। यह तमाम देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए एकजुट हुए हैं। हालांकि चीन ने क्वाड की तुलना एशियाई नाटो से की थी। दरअसल, चीन करीब-करीब संपूर्ण विवादित दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। जबकि ताईवान, फिलीपिन, ब्रूनेई, मलेशिया एवं वियतनाम उसके कुछ- कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं।