By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 10, 2019
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में एवं नेपाल के उनके समकक्ष के पी शर्मा ओली ने काठमांडू में मंगलवार को वीडियो लिंक के माध्यम से मोतिहारी- अमलेखगंज पेट्रोलियम पाइपलाइन का उद्घाटन किया। मोदी ने इस दौरान नेपाल की प्राथमिकता के अनुरूप उसके विकास कार्यो में पूरा सहयोग करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहरायी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नेपाल के साथ मोतीहारी-अमलेखगंज पाइप लाइन का वीडियो लिंक के जरिये उद्घाटन करते हुये उन्हें बहुत खुशी हो रही है। मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि मई 2019 में भारत की उनकी (नेपाल के प्रधानमंत्री की) यात्रा के दौरान,दोनों देश परियोजनाओं का जल्द पूरा करने पर सहमत हुए थे।
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मोदी ने कहा, ‘‘ मुझे खुशी है कि हमारी संयुक्त कोशिशों से दोनों देशों की परियोजनाओं मेंप्रगति हो रही है और आज हम मोतीहारी-अमलेखगंज पाइप लाइन के संयुक्त उद्घाटन में भाग ले रहे हैं।’’मोदी ने इस अवसर पर जोर देते हुये कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच उच्च स्तर पर अभूतपूर्व नज़दीकी आई है और नियमित सम्पर्क बढ़ा है। पिछले डेढ़ साल में नेपाल के प्रधानमंत्री ओली के साथ उनकी चार बार मुलाकात हो चुकी है। उन्होंने कहा, “ पिछले पांच वर्ष में,हमने महत्वपूर्ण द्विपक्षीय परियोजनाओं को पूरा किया है और कई अन्य पहलों के परिणाम भी सामने आये हैं।पिछले साल में हमने संयुक्त रूप से पशुपतिनाथ धर्मशाला और आईसीपी वीरगंज का उद्घाटन किया।’’
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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ यह बहुत संतोष का विषय है कि दक्षिण एशिया की यह पहली सीमा पार पेट्रोलियम पाइपलाइन रिकॉर्ड समय में पूरी हुई है। जितनी अपेक्षा थी, उससे आधे समय में यह बन कर तैयार हुई है। इसका श्रेय आपके नेतृत्व को, नेपाल सरकार के सहयोग और हमारे संयुक्त प्रयासों को जाता है।’’मोदी ने कहा कि 2015 के विनाशकारी भूकंप के बाद जब नेपाल ने पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया, तो भारत ने पड़ोसी और निकटतम मित्र के नाते सहयोग के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाये। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन के जरिये इस साल 20 लाख मिट्रिक टन स्वच्छ पेट्रोलियम उचित मूल्य पर नेपाल को मिल सकेगा। नेपाल के प्रधानमंत्री ने इस पाइपलाइन परियोजना के लिये भारत का आभार जताया। सरकार का कहना है कि भारत- नेपाल ऊर्जा सहयोग परियोजना दोनों देशों के निकट द्विपक्षीय संबंधों की परिचायक है। इससे ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने और पारगमन लागत कम करने में मदद मिलेगी। बिहार के मोतिहारी से नेपाल के अमलेखगंज तक 69 किलोमीटर लम्बी पेट्रोलियम पाइप लाइन का निर्माण भारत ने किया है। इससे नेपाल के लिए समुचित लागत और पर्यावरण अनुकूल पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।