By अंकित सिंह | Jun 23, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में वर्चुअल रूप से शामिल हुए। इस बैठक की अध्यक्षता चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कर रहे हैं। ब्रिक्स देशों की बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के भी राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी का प्रकोप पहले की तुलना में कम हुआ है लेकिन इसके अनेक दुष्प्रभाव अभी भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की शासन के बारे में हम ब्रिक्स सदस्य देशों का नज़रिया काफ़ी समान रहा है और इसलिए हमारा आपसी सहयोग वैश्विक पोस्ट-कोविड रिकवरी में उपयोगी योगदान दे सकता है।
14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में मोदी ने कहा कि पिछले सालों में हमने ब्रिक्स में कई संस्थागत सुधार किए हैं जिससे इस संगठन की प्रभावशीलता बढ़ी है। हमारी न्यू डेवलपमेंट बैंक की सदस्यता में भी वृद्धि हुई है। ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां हमारे आपसी सहयोग से हमारे नागरिकों के जीवन को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स Youth Summits, ब्रिक्स Sports, और हमारे civil society organizations और think-tanks के बीच संपर्क बढ़ा कर, हमने अपना People-to-people connect भी मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि खुशी की बात है कि ब्रिक्स के न्यू डेवलपमेंट बैंक की सदस्यता बढ़ी है। कई क्षेत्रों में हमारे सहयोग से हमारे नागरिकों को फायदा हुआ है।
इस साल आर्थिक वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है और यह इसे सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाएगी। मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम को ‘वीडियो कॉन्फ्रेंस’ के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था का आकार 2025 तक 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती का जिक्र करते हुए कहा कि देश में राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन के तहत 1500 अरब डॉलर के निवेश के अवसर हैं। मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम इस साल वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद कर रहे हैं, जो हमें सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाएगी। उन्होंने कहा कि ‘‘नए भारत’’ में हर क्षेत्र में रूपांतरकारी बदलाव हो रहे हैं, और देश के आर्थिक सुधार का एक प्रमुख स्तंभ प्रौद्योगिकी आधारित वृद्धि है। हम हर क्षेत्र में नवाचार का समर्थन कर रहे हैं।