भुवनेश्वर। केंद्रीय बिजली एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने चार पवन ऊर्जा संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किए। इनका निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की नाल्को ने किया है। इन सभी की कुल क्षमता 198 मेगावाट है। इसके अलावा एल्युमीनियम का उत्पादन करने वाली प्रमुख कंपनी नाल्को ने अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार कर 10 लाख टन वार्षिक करने की भी घोषणा की है। इस अवसर पर गोयल ने कहा, ‘‘नाल्को की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए हम ठोस कदम उठा रहे हैं। इसे 10 लाख टन वार्षिक करने के लिए एक वृहद विस्तार कार्यक्रम पर काम किया जा रहा है।’’
इन पवन ऊर्जा संयंत्रों पर 1350 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें दो संयंत्र राजस्थान में और एक-एक महाराष्ट्र एवं आंध्र प्रदेश में है। नाल्को की सौर ऊर्जा संयंत्रों के अलावा 120 मेगावाट क्षमता के पवन ऊर्जा संयंत्र और स्थापित करने की भी योजना है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से नाल्को का उत्पादन स्थिर बना रहा और कंपनी ने ईरान में एक एल्यूमीनियम संयंत्र बनाने की योजना बनाई। मंत्री ने कहा कि राजग सरकार का जोर ओडिशा में उत्पादन बढ़ाने पर है।