मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड से लोगों को मिली मामूली राहत, जल्द बारिश होने की संभावना

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 01, 2021

भोपाल। मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तापमान में मामूली वृद्धि से नये साल के पहले दिन लोगों को कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिली। प्रदेश का अधिकांश भाग पिछले कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड की चपेट में था। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) भोपाल के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जी डी मिश्रा ने बताया कि मध्यप्रदेश में शुक्रवार को सबसे कम तापमान ग्वालियर में 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दतिया में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस रहा। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को दतिया में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस और ग्वालियर में 4.4 डिग्री सेल्सियस था।

इसे भी पढ़ें: तीनों ‘काले कानूनों’ को निरस्त करे और एमएसपी की गारंटी का कानून बनाए सरकार: सैलजा

उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के कुछ भागों में बादल छा रहे हैं, इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि रविवार तक पश्चिमी मध्यप्रदेश में हल्की बारिश हो सकती है। मिश्रा ने बताया, ‘‘पश्चिमी विक्षोभ के परिणामस्वरूप हवा का कम दबाव दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में बना हुआ है, इससे तीन जनवरी तक उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभागों में बारिश हो सकती है।’’

इसे भी पढ़ें: कड़ाके की ठंड के साथ हुई दिल्ली में नये साल की शुरूआत, पारा 1 डिग्री सेल्सियस पहुंचा

उन्होंने कहा कि पिछले महीने पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हुई थी।, इसके बाद दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप रहा। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटे में (शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) प्रदेश के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा और चंबल संभाग के जिलों में तथा जबलपुर, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, ग्वालियर एवं दतिया जिलों में कहीं-कहीं पर हल्के से मध्यम कोहरा छाये रहने की संभावना है।

प्रमुख खबरें

PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती की मांग, अनुच्छेद 370 पर अपना स्टैंड किल्यर करे NC और कांग्रेस

जिन्ना की मुस्लिम लीग जैसा सपा का व्यवहार... अलीगढ़ में अखिलेश यादव पर बरसे CM योगी

Vivek Ramaswamy ने अमेरिका में बड़े पैमाने पर सरकारी नौकरियों में कटौती का संकेत दिया

Ekvira Devi Temple: पांडवों ने एक रात में किया था एकविरा देवी मंदिर का निर्माण, जानिए पौराणिक कथा