परिवार के प्रति एकता दिखाने के लिए दुनियाभर के लोग साल के पहले दिन मनाते हैं Global Family Day

By Anoop Prajapati | Jan 01, 2025

पूरी दुनिया नव वर्ष के साथ-साथ हर साल 1 जनवरी को ग्लोबल फैमिली डे के रूप में भी मनाती है। दुनियाभर में इस दिवस की शुरुआत वर्ष 1997 को हुई थी, जिसे पूरी दुनिया में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से आज तक मनाया जाता है। ग्लोबल फैमिली डे को शेयरिंग डे या ग्लोबल फैमिली डे पीस के नाम से भी जाना जाता है। युवाओं के बदलते विचारों और समाज में बिखरी अशांति के चलते आज के दौर में ग्लोबल फैमिली डे जैसे दिवस मनाए जाने बेहद जरूरी हो गए हैं। आजकल समाज में शांति और पारिवारिक भावनाओं को स्थापित करने के लिए इस दिन का विशेष महत्व है।


वैश्विक परिवार दिवस का महत्व

वर्तमान दौर में अपनों से बिछड़ रहे समाज और परिवारों के बिगड़ते हालातों से हम सभी पूरी तरह वाकिफ हैं, अब लोगों के विचार बदल रहे हैं और कोई भी अपने परिवार के साथ मिलकर नहीं रहना चाहता है। ऐसे में सभ्य समाज की नींव लगातार कमजोर होती नजर आ रही है, इसीलिए ग्लोबल फैमिली डे जैसे दिवस दुनिया को एक बार फिर जागरूक करने और समाज में शांति का संदेश देने में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


इस दिवस का उद्देश्य

ग्लोबल फैमिली डे हर साल 1 जनवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य पूरे विश्व में सभी परिवारों को एक साथ एक जुट होकर रहना और अच्छे समाज का निर्माण करना है। यह दिवस हमें एक साथ मिलकर शांति और प्रेम से रहने का संदेश देता है। इस दिन का उद्देश्य समाज में बढ़ती अशांति और हिंसा को खत्म कर शांति के संदेश को बढ़ावा देना है। जिस प्रकार नव वर्ष पर हम सभी अपने लिए कुछ ना कुछ न्यू ईयर रेजोल्यूशन बनाते हैं, ठीक उसी तरह इस दिन हमें अपने परिवार के साथ मिलकर समाज में प्रेम और शांति के संदेश को बढ़ावा देने के विषय में सोचना चाहिए। 


जानिए कैसे मनायें ग्लोबल फैमिली डे

ग्लोबल फैमिली डे का उद्देश्य परिवार में लोगों को एक साथ एकजुट करना या उनके बीच प्रेम और स्नेह को बढ़ावा देना है ताकि वे मिलकर समाज में शांति स्थापित कर सकें। ऐसे में आप अपने परिवार के साथ कुछ अच्छा समय बिता सकते हैं और एक दूसरे के साथ अपने विचारों को साझा कर सकते हैं। परिवार समाज की सबसे महत्वपूर्ण इकाई माना जाता है, क्योंकि परिवार ही व्यक्ति और व्यक्ति ही समाज का निर्माण करते हैं।


इस दिवस का इतिहास

इस दिवस की उत्पत्ति दो पुस्तकों में हुई थी। पहली 1996 में अमेरिकी लेखकों स्टीव डायमंड और रॉबर्ट एलन सिल्वरस्टीन द्वारा लिखित ‘वन डे इन पीस, 1 जनवरी, 2000’ नामक बच्चों की किताब थी। तो वहीं, दूसरी किताब अमेरिकी शांति कार्यकर्ता और लेखक लिंडा ग्रोवर का 1998 का ​​यूटोपियन उपन्यास ‘ट्री आइलैंड: ए नॉवेल फॉर द न्यू मिलेनियम’ थी। विशेष रूप से ग्रोवर ने 1 जनवरी को शांति के वैश्विक दिवस के रूप में स्थापित करने काफी अहम भूमिका निभाई थी।


इन किताबों के विचारों के आधार पर ही 1997 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1 जनवरी को शांति का एक दिन मनाने की घोषणा की। 1999 में संयुक्त राष्ट्र और सदस्यों देशों द्वारा इस वैश्विक परिवार दिवस मनाया गया। इस दिवस की सफलता को देखते हुए 2001 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस दिवस को एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में स्थापित किया गया और तब से हर साल 1 जनवरी को वैश्विक परिवार दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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