By रितिका कमठान | Apr 25, 2025
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की है। उन्होंने पर्यटकों पर बर्बर हुए इस हमले को "घृणित और दर्दनाक" बताया है। पवन कल्याण ने कहा कि ये "हिंदू नरसंहार के पुनरुत्थान" का हिस्सा है। यह एक वीभत्स और दर्दनाक घटना थी। आज मधुसूदन और चंद्रमौली के परिवार से मिलने के बाद, उन्होंने जो कुछ झेला, उसे सुनकर मेरे लिए भी बहुत मुश्किल हो रहा है... मुझमें बोलने की ताकत नहीं है।
धर्म के नाम पर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। एएनआई से बातचीत में पवन कल्याण ने कहा कि "यह बहुत स्पष्ट रूप से निशाना बनाकर की गई हत्या है। वर्ष 1986 से 1989 तक हम तेलुगू फिल्मों के लिए कश्मीर जाते थे, इसलिए मुझे पता था कि 1986 से 1989 तक स्थिति कैसे बदल गई थी। उस दौर से अबतक यह हिंदू नरसंहार का पुनरुत्थान है।"
कल्याण ने पीड़ित मधुसूदन राव और सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी जे.एस. चंद्रमौली के परिवारों से मुलाकात की, जो आतंकवादी हमले में मारे गए 26 लोगों में शामिल थे। नेल्लोर जिले के कावली निवासी राव अपने परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे थे और हमले में मारे गए लोगों में से एक थे। बेंगलुरु में रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर राव की पत्नी और दो बच्चे हैं। कल्याण ने कहा, "इसके पीछे के अपराधियों, आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए... पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारत सरकार, मेरा मानना है कि वे कड़ी कार्रवाई करेंगे।"
पहलगाम हमलावरों के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिज्ञा
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि भारत पहलगाम नरसंहार में शामिल प्रत्येक आतंकवादी और उनके “समर्थकों” की “पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा।” बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मित्रों, आज बिहार की धरती से मैं पूरी दुनिया से कहता हूं कि भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा। हम पृथ्वी के छोर तक उनका पीछा करेंगे। आतंकवाद से भारत की भावना कभी नहीं टूटेगी।"
उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन आतंकवादियों ने इस हमले को अंजाम दिया और जिन लोगों ने इस हमले की साजिश रची, उन्हें उससे भी बड़ी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। अब समय आ गया है कि आतंकवादियों की बची हुई जमीन को भी नष्ट कर दिया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा, "140 करोड़ भारतीयों की इच्छा शक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़ देगी।"