By अनन्या मिश्रा | Nov 08, 2023
फिटनेस लवर्स को मैराथन का बेसब्री से इंतजार रहता है। मैराथन में दौड़ने के लिए कई लोग भाग लेते हैं। लेकिन अक्सर ऐसा देखा गया है कि कई लोग बिना तैयारी के मैराथन में हिस्सा लेते हैं। लेकिन आपको बता दें कि मैराथन जैसे इवेंट में पूरी तैयारी के साथ आना चाहिए।
क्योंकि ऐसा नहीं करने पर आपको कई तरह की शारीरिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अगर आप भी मैराथन में दौड़ने की योजना बना रहे हैं, तो आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। वहीं अगर आप पहली बार मैराथन में हिस्सा लेने जा रहे हैं, तो यह टिप्स आपके काफी काम आ सकते हैं।
ठीक से मैनेज करें अपना वजन
अगर आपका वेट ज्यादा है, या आप ज्यादा पतले व कमजोर हैं, तो ऐसी स्थिति में आपको मैराथन में नहीं दौड़ना चाहिए। ऐसे में आपको इसमें चोट लगने का खतरा भी हो सकता है। क्योंकि मैराथन में कई धावक हिस्सा लेते हैं। इस तरह से आपको चोट भी लगने का खतरा होता है।
वेट ट्रेनिंग करें
मैराथन में हिस्सा लेने पर यह सलाह दी जाती है कि उचित पोषण और वेट ट्रेनिंग द्वारा अपना वेट कम करें। क्योंकि अगर आपका वेट ज्यादा होता है, तो आपके शरीर का ऊपरी वजन पैरों के नीचे आ जाता है। वहीं अगर आप ज्यादा दुबले होते हैं, तो आपका ऊपरी शरीर काफी कमजोर हो जाता है और आपके कंधे टूट सकते हैं। ऐसा हमारी लाइफस्टाइल की वजह से होता है और पसलियां संकुचित हो जाती है। साथ ही श्वास भी प्रभावित होती है। एक दुबला-पतला व्यक्ति जिसका वेट कंट्रोल में होता है तो वह मैराथन दौड़ने के शुरुआती 2-3 सालों में शारीरिक रूप से घायल नहीं होता है।
रनिंग फॉर्म
अधिकतर लोग सोचते हैं कि सड़क पर दौड़ने से आपको चोट नहीं लगेगी। लेकिन आपके दौड़ने का तरीका आपको मुश्किल में डाल सकता है। बता दें कि मूल रूप से दौड़ना अपनी ताकत को टेस्ट करने के बारे में है। इसलिए मैराथन में हिस्सा लेने से पहले आपको रनिंग की प्रैक्टिस जरूर करना चाहिए। साथ ही उचित रनिंग फॉर्म या तकनीक के साथ मैराथन में हिस्सा लें।
मानसिक मजबूती
मैराथन के लिए फिटनेस ट्रेनिंग जितनी जरूरी है, उतना ही जरूरी आपका मानसिक स्वास्थ्य भी है। इसलिए मैराथन में हिस्सा लेने के लिए आपको अपने फिजिकल फिटनेस के साथ ही मेंटल फिटनेस पर भी ध्यान देना चाहिए।
वार्मअप है जरूरी
अगर आपने भी दौड़ना शुरू कर दिया है, तो आपको वार्मअप करने के महत्व को भी समझना चाहिए। क्योंकि पूरे दिन में आप अपनी सभी मांसपेशियों का उपयोग नहीं कर रहे। लेकिन जब आप दौड़ते हैं, तो आपकी पूरी बॉडी को गति में आने की जरूरत होती है। इसके लिए आपको आपने ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग, कंधों और मांसपेशियों को सक्रिय रखने की जरूरत होती है।
एकदम से न पकड़ें रफ्तार
दौड़ने की शुरूआत हमेशा धीरे-धीरे करनी चाहिए। अगर आपको तीन-चार महीने बाद मैराथन में हिस्सा लेना है, तो आपको दौड़ने की प्रैक्टिस शुरू कर देनी चाहिए। लेकिन इस दौरान अपनी रफ्तार को धीरे-धीरे बढ़ाएं। हर रोज दौड़ने का अभ्यास करें और दौड़ का दायरा भी धीरे-धीरे कर बढ़ाएं। वहीं मैराथन में हिस्सा लेने के करीब एक सप्ताह पहले से पानी, जूस या फिर इलेक्ट्रॉल का सेवन अधिक करें। ऐसा करने से शरीर में फ़्लूइड का बैलेंस बना रहता है।