By नीरज कुमार दुबे | Dec 15, 2023
संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर हंगामा करने वाले विपक्षी सांसदों के निलंबन का मुद्दा गर्माता जा रहा है। आज भी दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही भारी हंगामा देखने को मिला जिसके चलते कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का आरोप है कि विपक्षी सांसदों को गलत तरीके से निलंबित किया गया है। आज सत्र की शुरुआत से पहले निलंबित सांसदों सहित विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, "लोकसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर जो भी आदेश दिए हैं, उस आदेश का सरकार पालन कर रही है...मामला कोर्ट में है, उच्च स्तरीय जांच चल रही है। यह संवेदनशील मामला है और उन्हें (विपक्ष को) इसे समझना चाहिए।"
वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि सवाल पूछना हमारा फर्ज़ है। सरकार आम लोगों को भटकाने में जुटी हुई है। अगर चर्चा होती तो आसमान तो नहीं टूट पड़ता। उन्होंने सवाल किया कि खुफिया विभाग किसके पास है? उन्होंने कहा कि खुफिया तंत्र गृह मंत्रालय के पास होता है। हम सिर्फ जानकारी लेना चाहते थे...जिन लोगों की ये जिम्मेदारी है हम उनसे तो पूछेंगे ही की क्या हुआ?
वहीं शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "संसद में जिस प्रकार से हमला हुआ इस पर दोनों सदनों में चर्चा होनी चाहिए। सुरक्षा में सेंध कैसे हुई? आरोपी धुंए वाली सामग्री लेकर कैसे आए। अगर धुंआ ज़हरीला होता तो कितने लोगों को समस्या हो सकती थी। हम चाहते हैं कि इस पर चर्चा हो और गृह मंत्री बयान दें। वे बड़ी-बड़ी बातें करते हैं पर वे संसद की सुरक्षा भी नहीं कर पा रहे हैं।"