By अंकित सिंह | Dec 15, 2023
संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में नवीनतम अपडेट में, पटियाला हाउस कोर्ट ने शुक्रवार को आरोपियों में से एक ललित झा को सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। दिल्ली पुलिस द्वारा उसे अदालत में पेश किए जाने के बाद यह बात सामने आई है। इससे पहले ललित झा को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद झा को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। ललित एक अन्य व्यक्ति के साथ कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन पहुंचा, जहां उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया गया।
बड़े सुरक्षा उल्लंघन के लिए चार व्यक्तियों पर कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवाद का आरोप लगाया गया है, इस दौरान उनमें से दो सागर शर्मा और मनोरंजन डी ने लोकसभा कक्ष में छलांग लगा दी और धुआं उड़ा दिया, जबकि अन्य दो - नीलम देवी और अमोल शिंदे - ने बाहर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस के अनुसार, संसद की सुरक्षा में सेंध लगाना योजनाबद्ध तरीके से किया गया कृत्य था और इसे छह लोगों द्वारा अंजाम दिया गया, जिनमें से सभी अब पुलिस हिरासत में हैं। संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया।
घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली केन लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है। ये चारों आरोपी संसद पहुंचने से पहले अपने सहयोगी विशाल के घर पर ठहरे थे।