By Kusum | Sep 05, 2024
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का अभी तक का प्रदर्शन कमाल का रहा है। भारतीय पैरा एथलीट्स शानदार प्रदर्शन कर अपने नाम मेडल कर रहे हैं। अभी तक भारत ने 24 मेडल जीत लिए हैं, जिसमें से 5 गोल्ड, 9 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज शामिल हैं। पैरा खिलाड़ियों के लिए जीत का राह आसान नहीं होती, प्रतिस्पर्धा में खुद को साबित करना उस खेल से भी बड़ी चुनौती होती है। जिसमें दूसरे खिलाड़ियों से आगे निकलना है। खासकर पानी से जुड़ा हुआ खेल अच्छे अच्छों के पसीना ला देता है। फिर कैनो जैसे खेल में पैरों से दिव्यांग खिलाड़ी बोट चलाकर रेस करते हैं, तो उनके हौसले कितने मजबूत होते हैं। इसी की मिसाल है प्राची यादव और पूजा ओझा।
चंबल की इन दो बेटियों के हौसले काफी मजबूत हैं जिससे वे दुनिया की सबसे अहम प्रतिस्पर्धा पेरिस में आयोजित पैरालंपिक खेलों तक पहुंच गई हैं। मध्य प्रदेश के चंबल अंचल की पूजा ओझा और प्राची यादव पैरालंपिक के कैनो खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी जो कि 6 सितंबर यानी शुक्रवार को खेला जाएगा।
पूजा और प्राची दोनों खिलाड़ी पैरों से दिव्यांग हैं, लेकिन जहां प्राची यादव अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भारत को 10 मेडल दिला चुकी हैं, इनमें गोल्ड मेडल की संख्या ज्यादा है। वहीं पूजा 6 इंटरनेशनल गोल्ड जीत चुकी हैं। इसके अलावा दो एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल और दो बार पैरा कैनो वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल ला चुकी हैं। अब इन दोनों खिलाड़ियों की नजर पेरिस पैरालंपिक में इतिहास रचने पर है।