पनामा सिटी। एक सदी तक चीन के साथ महज वाणिज्यिक संबंध रखने वाले पनामा ने ताइवान को दी गई राजनयिक मान्यता अब चीन को सौंप दी है। पनामा के राष्टपति जे कार्लोस वरेला ने इस बदलाव की घोषणा की, जिसका निष्कर्ष ताइवान के साथ औपचारिक संबंधों को खत्म कर लेना है। वरेला ने टीवी पर दिए गए संबोधन में कहा कि यह हमारे देश के लिए सही रास्ता है।ेकल शाम को जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि पनामा और चीन एक दूसरे को मान्यता दे रहे हैं और आज से ही राजदूत स्तर के संबंध स्थापित कर रहे हैं।
बयान में कहा गया कि पनामा सिर्फ वैध चीन को ही मान्यता देता है और ताइवान चीनी क्षेत्र का अभिन्न हिस्सा है। चीन पनामा नहर का इस्तेमाल करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है। यह कैरेबियाई शहर कोलोन में मुक्त वाणिज्य क्षेत्र में व्यापार का एक प्रमुख प्रदाता है।