By रितिका कमठान | Apr 24, 2025
पहलगाम आतंकी हमला कश्मीर में 22 अप्रैल को हुआ था। आतंकी हमले में 28 निर्दोष लोगों को आतंकियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ने ली है। पहलगाम हमले के बाद भारत लगातार एक्शन मोड में है। पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव की स्थिति बढ़ गई है।
वहीं अब पाकिस्तानी स्टॉक मार्केट में इस हमले के बाद बड़ी गिरावट देखने को मिली है। बीते दो दिनों में पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट इंडेक्स केएसई 100 बिखर चुके है। इस हमले के बाद बुधवार 23 अप्रैल को पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट में गिरावट देखने को मिली थी। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी अखबार डॉन की वेबसाइट के मुताबिक केएसई 100 इंडेक्स 1204 अंक नीचे गर गया है। इंडेक्स 117226 अंक पर बंद हुआ था। गुरुवार को भी केएसई 100 इंडेक्स में जोरदार गिरावट का दौर जारी है। केएसई 100 इंडेक्स गुरुवार को भी 1,455 अंक गिरा है। केएसई 100 इंडेक्स 115,777.33 पर कारोबार कर रहा है।
पाकिस्तान शेयर मार्केट में गिरावट
पाकिस्तानी स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग वॉल्यूम और वैल्यू में गिरावट देखने को मिली है। ट्रेडिंग वॉल्यूम 18.31 फीसदी की गिरावट आई है। ये 605.17 मिलियन के साथ ट्रेड कर रहा है। बता दें कि ट्रेड वैल्यू 9.05% गिरकर ₹27.76 अरब पाकिस्तानी रुपये पर पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। अगर किसी भी सुधार में देर होती है और पॉलिसी में बदलाव नहीं दिखता है तो पॉकिस्तान की अर्थव्यवस्था को लेकर अबतक उठाए कदमों पर पानी फिर सकता है।
वहीं आईएमएक ने वित्तीय वर्ष 2025 के लिए पाकिस्तान की डीजीपी तीन फीसदी के घटकर 2.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। ऐसे में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों का भरोसा भी अब डगमगा गया है। अब निवेशक धड़ल्ले से पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट से पैसा निकाल रहे है। वहीं फिच रेटिंग ने बताया है कि पाकिस्तान रुपया जून तक 285 प्रति डॉलर तक गिर सकता है।
दोनों देशों के बीच बढ़ा तनाव
हमले के बाद भारत की बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है। वहीं पाकिस्तान भी डरा हुआ है कि भारत कभी भी सख्त कदम उठा सकता है। भारत सरकार पहले ही सिंधु नदी जल समझौता रद्द करने का फैसला कर चुका है। इसके साथ ही अटारी बॉर्डर बंद किया गया है। पाकिस्तान में भारतीय दूतावास कार्यालय क्लोज करने और पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया जा चुका है।