By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 16, 2020
वाशिंगटन। पाकिस्तानी मूल के एक डॉक्टर पर अमेरिका की संघीय ग्रांड जूरी ने इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन के प्रति वफादारी निभाने की प्रतिज्ञा लेने और अमेरिका में “स्वतंत्र रूप से’’ आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की इच्छा जताने के आरोप तय किए हैं। अभियोग के मुताबिक, मुहम्मद मसूद (28), पाकिस्तान का लाइसेंस धारक मेडिकल डॉक्टर है जो एच1बी वीजा के तहत पूर्व में मिनेसोटा के रोचेस्टर के मेडिकल क्लिनिक में शोध समन्वयक के तौर पर कार्यरत था। मसूद के खिलाफ अभियोग की घोषणा अमेरिकी अधिवक्ता एरिका मैकडोनाल्ड ने शुक्रवार को की थी। मसूद पर शुरुआत में आपराधिक मामले के संबंध में आरोप लगा था और 19 मार्च को मिनियापोलिस- सेंट पॉल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किए जाने के बाद से वह हिरासत में था।
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इस साल जनवरी और मार्च के बीच, उसने कई अन्य बयान दिए जिसमें उसने इराक में इस्लामिक स्टेट और अल शाम (आईएसआईएस) एवं उसके सरगनाओं के प्रति वफादारी निभाने तथा आईएसआईएस के लिए लड़ने के लिए सीरिया जाने की अपनी इच्छा के बारे में बताया। अदालती दस्तावेजों के मुताबिक मसूद ने अमेरिका में “स्वतंत्र रूप से” आतंकवादी हमले करने की अपनी इच्छा भी जाहिर की। इस साल 16 मार्च को, मसूद की यात्रा योजना इसलिए बदल गई क्योंकि जॉर्डन ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी थी। उसने फिर मिनियापोलिस से लॉस एंजिलिस जाने की योजना बनाई जहां उसे उस व्यक्ति से मिलना था जो उसे मालवाहक पोत के जरिए आईएसआईएस के क्षेत्र में पहुंचाने में मदद करता। वह 19 मार्च को रोचेस्टर से मिनियापोलिस पहुंचा जहां से वह लॉस एंजिलिस के लिए विमान में सवार होता लेकिन एफबीआई के संयुक्त आतंकवाद कार्यबल ने उसे गिरफ्तार कर लिया।