By अभिनय आकाश | Feb 01, 2024
यूं तो भारत का बजट यहां के वित्त मंत्री ही पेश करते हैं, जैसा कि आज हमने देखा भी जब निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024 पेश किया। लेकिन भारतीय राजनीति के इतिहास में एक वक्त ऐसा भी आया है जब इस देश का बजट पेश करने वाला नेता पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बन गया था। उसके पेश किए गए बजट को आज भी पूअर मैन बजट कहा जाता है। ये भारत की आजादी से पहले की बात है। जब भारत और पाकिस्तान एक मुल्क हुआ करते थे। तब दोनों को मिलाकर भारत कहा जाता था।
भारत विभाजन के ठीक पहले एक अस्थाई सरकार बनी थी। जिसके प्रधानमंत्री थे जवाहर लाल नेहरू। इस सरकार के फाइनेंस मिनिस्टर थे लियाक़त अली खान और ये सरकार कांग्रेस-मुस्लिम लीग के लिए आखिरी मौका थी, पार्टीशन रोकने के लिए। पर ऐसा हुआ नहीं। दोनों एक-दूसरे पर इल्जाम लगाते रहे। लियाकत पर इल्जाम लगता था कि फाइनेंस मिनिस्टर की हैसियत से वो किसी भी मंत्रालय को पैसा ही नहीं रिलीज करते थे। 28 फरवरी 1947 को लियाकत अली खान ने सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली में बजट पेश किया। ये वही बिल्डिंग है जिसे आज भी पुराने संसद भवन के तौर पर जाना जाता है। लियाकत अली खान ने जो बजट पेश किया था उसमें इतनी खामियां थी कि उसे पूअर मैन बजट कहा गया। आज की तारीख में भी लियाकत अली खान के उस पेश किए गए बजट को पूअर मैन ही कहा जाता है।
16 अगस्त 1946 की एक तारीख हिन्दुस्तान की आजादी के इतिहास की ऐसी ही तारीख है जिसने बंटवारे की हकीकत पर मुहर लगा दी। मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में अपने स्वार्थ के लिए एक धड़े ने भारत को बांटने का दावा पेश कर दिया था। उनकी मांग थी पश्चिम के पेशावर से लेकर पंजाब के अमृतसर और कोलकाता समेत एक अलग राष्ट्र जो सिर्फ मुसलमानो के लिए बनेगा और जिसका नाम होगा पाकिस्तान। नतीजतन 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान बना और लियाकत अली खान इसके पहले प्रधानमंत्री बने।