By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 10, 2020
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विमानन नियामक ने एक बड़े घोटाले के मद्देनजर 262 पायलटों के खिलाफ जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद संदिग्ध उड़ान लाइसेंस होने के संदेह में 193 पायलटों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मीडिया की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है। पाकिस्तान में पायलट लाइसेंस को लेकर यह घोटाला 22 मई को कराची में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच के दौरान सामने आया। इस हादसे में 97 लोग मारे गए थे। जांच में पाया गया कि पाकिस्तान के लगभग एक-तिहाई पायलटों ने परीक्षा में नकल की लेकिन फिर भी देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) द्वारा उन्हें लाइसेंस दिए गए। पायलटों के फर्जी दस्तावेजों के बारे में उड्डयन मंत्री के खुलासे के बाद, देश की शीर्ष अदालत ने 21 जुलाई को सीएए को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस’ (पीआईए) के पायलटों के खिलाफ तत्काल जांच पूरी करने का काम सौंपा था।
‘डॉन न्यूज’ की एक रिपोर्ट के अनुसार सीएए द्वारा 262 पायलटों के खिलाफ जांच पूरी करने के बाद उनमें से 193 पायलटों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि सीएए जांच बोर्ड ने 850 पायलटों के परिचय पत्र संदिग्ध पाए, जिनमें से 262 के लाइसेंस ‘‘संदिग्ध’’ थे। बोर्ड ने 262 पायलटों के विमान उड़ानें पर फिलहाल रोक लगा दी है और उनमें से 28 पायलटों के लाइसेंस रद्द किए जाने को मंजूरी भी दे दी है। रिपोर्ट के अनुसार जिन 193 पायलटों को कारण बताओे नोटिस जारी किया गया है, उनमें से 140 ने अपने जवाब भेज दिए हैं और उन्हें अलग-अलग समूह में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए बुलाया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अन्य पायलटों को नोटिस नहीं भेजे जा सके क्योंकि उनमें से कुछ पायलटों के नाम और उनके पंजीकरण या संदर्भ संख्या में ‘‘तकनीकी गलतियां’’ थीं, जिन्हें ठीक किया जा रहा है।