इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने विवादित सैन्य अदालतों द्वारा आतंकवाद संबंधी अपराधों के दोषी करार दिए गए चार ‘कट्टर’ तालिबानी आतंकियों को आज फांसी पर चढ़ा दिया। सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि इन्हें उत्तर पश्चिम में स्थित खबर पख्तूनख्वा प्रांत की जेल में फांसी पर चढ़ाया गया। उन्होंने कहा, ‘‘सैन्य अदालतों में दोषी करार दिए गए चार कट्टर आतंकियों को आज फांसी पर चढ़ा दिया गया।’’ गफूर ने कहा कि ये लोग आतंकवाद से जुड़े घृणित अपराधों में संलिप्त थे। इन अपराधों में मासूम नागरिकों की हत्या, पाकिस्तानी सैन्य बलों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमले आदि शामिल हैं। सेना ने चार कैदियों की पहचान रहमान उद दीन, मुश्ताक खान, उबैद उर रहमान और जफर इकबाल के तौर पर की है। ये लोग प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के सदस्य थे।
इन आतंकियों पर मुकदमा कहां चलाया गया और कब चलाया गया, यह ज्ञात नहीं है क्योंकि सैन्य अदालतें विद्रोहियों के प्रतिशोध के डर से गुपचुप ढंग से काम करती हैं। सैन्य अदालतों को बीते माह अगले दो साल के लिए बहाल किया गया था। इन अदालतों का पूर्व का दो साल का कार्यकाल जनवरी में खत्म हो गया था। इन अदालतों की स्थापना दिसंबर 2014 में पेशावर में सेना द्वारा संचालित एक स्कूल पर बोले गए आतंकी हमले के बाद संवैधानिक संशोधन के जरिए की गई थी। उस हमले में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर छात्र थे। सैन्य अदालतों ने 160 से ज्यादा आतंकियों को मौत की सजा सुनाई थी।