By सुयश भट्ट | Aug 24, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में हुई मॉब लिंचिंग के मामले में सियासत तेज हो गई है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एआईएमआईएम के अध्यक्ष असुदुद्दीन ओवैसी को मामले में हस्तक्षेप न करने की सलाह दी है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने भी ओवैसी पर तीखा हमला बोला है। दरअसल ओवैसी ने ट्वीट कर इस मामले में अपनी टिप्पणी दी है।
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उन्होंने ट्वीट कर कहा, ““विराट हिंदुत्ववादी” खुद को “विराट” महसूस करवाने के लिए कभी किसी मुसलमान फ़क़ीर को मारता है, तो कभी भीड़ इकट्ठा करके चूड़ी बेचने वाले को पीट देता है।ये कम-ज़र्फ़ी और कमतरी गोडसे की हिंदुत्ववादी सोच का नतीजा है।अगर समाज ये सोच का मुकाबला नहीं करेगा तो ये कैन्सर की तरह फैलती रहेगी।”
इस पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री नरोत्तम ने कहा है कि ओवैसी को बता दूं कि ऐसे लोग जो 2-2 पहचान पत्र रखते हैं वो अपराधी हैं। उन्होंने बताया कि मारपीट करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि ओवैसी इस मामले में हस्तक्षेप न करें। वहीं PFI को बैन करने का प्रस्ताव विचाराधीन है।
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वहीं इंदौर घटना पर ओवैसी के ट्वीट पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बोला तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ओवैसी विघटन की राजनीति करने वाले देशद्रोही हैं। उनकी हैसियत और औकात नहीं है कि वे मध्यप्रदेश की जनता का मख़ौल उड़ाए। उन्होंने आगे कहा कि ओवैसी छोटे और तुच्छ नेता हैं। वे सिर्फ एक वर्ग को खुश करने का काम करते हैं।विश्वास सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है तुष्टिकरण करने वाले लोग यहां बवाल खड़ा करते हैं।
दरअसल ओवैसी ने इंदौर में एक चूड़ी बेचने वाले के साथ हुई मॉब लिंचिंग मामले में ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने मॉब लिंचिंग को गोडसे की हिन्दुत्ववादी सोच का नतीजा बताया है।