By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 22, 2024
पूर्णिया (बिहार)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक दिन पहले दिए गए भाषण में मुसलमानों की ‘रूढ़िवादी छवि’ (स्टीरियोटाइप) पेश किये जाने को लेकर सोमवार को कड़ी आपत्ति जताई। बिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान हैदराबाद के सांसद ने कहा कि वह राजस्थान में मोदी के भाषण की ‘पोस्टमार्टम’ जांच कराना चाहेंगे।
ओवैसी ने पूर्णिया जिले में रैली में कहा, ‘‘मोदी ने कहा कि मुसलमानों के ज्यादा बच्चे हैं। यह झूठ है। समुदाय में प्रजनन दर में गिरावट आई है और आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक यह 2.36 प्रतिशत है। हालांकि, माना जाता है कि हमारे हिंदू भाइयों के बीच प्रजनन दर कम है।’’ ओवैसी ने आरोप लगाते हुए कि प्रधानमंत्री ने बांसवाड़ा रैली में ‘झूठ बोला’ जैसा कि वह हमेशा करते आए हैं। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री कि टिप्पणियां ‘विभाजनकारी’ थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के तर्क के अनुसार, दक्षिणी राज्य संसद में कम सांसद होने को लेकर आंदोलन शुरू कर सकते हैं, क्योंकि वहां जनसंख्या वृद्धि दर कम है। लेकिन ये राज्य उत्तर की तुलना में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अधिक योगदान देते हैं।’’
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, ‘‘मुझे मेरे छह बच्चों के लिए ताना मारा जा सकता है। लेकिन मोदी के बारे में क्या, जिनके छह भाई-बहन हैं और उनके पार्टी सहयोगियों जैसे अमित शाह और रविशंकर प्रसाद, दोनों बड़े परिवारों में जन्मे हैं?’’ ओवैसी ने मोदी द्वारा ‘घुसपैठिए’ शब्द के इस्तेमाल को लेकर भी निंदा की और कहा कि यह बिहार के सीमांचल क्षेत्र में रहने वाले लोगों का ‘अपमान’ है जो बांग्लादेश और नेपाल के करीब है।
उन्होंने दावा किया कि संसद में सरकार अवैध आप्रवासियों पर डेटा प्रस्तुत करने में बार-बार विफल रही है। आवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने देश में मुसलमानों के खिलाफ कटाक्ष करते हैं, जबकि दुबई जैसी जगहों पर अपने समकक्षों को ‘या हबीबी’ (मेरे प्रिय) के अभिवादन के साथ गर्मजोशी से गले लगाते हैं।’’ लोकसभा की मुस्लिम बहुल किशनगंज सीट से एआईएमआईएम की बिहार इकाई के अध्यक्ष और विधायक अख्तरउल ईमान चुनाव लड़ रहे हैं। इस लोकसभा क्षेत्र के कई हिस्से पूर्णिया जिले में आते हैं।