By अनुराग गुप्ता | Jul 29, 2021
नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर से पेगासस का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पेगासस मामले में चर्चा होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पेगासस मामले में हुई चर्चा का उत्तर देने के लिए सदन में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का होना भी जरूरी है। दरअसल, कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष पेगासस मामले को लेकर सदन में चर्चा और उच्चतम न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच चाहता है।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जिन खड़गे ने कहा कि लोगों की आजादी, निजता और देश के हित में पेगासस की जासूसी ठीक नहीं है। चर्चा करने में क्या है। आप 4 घंटे चर्चा करें, मैं रिप्लाई देता हूं। उसमें कुछ नहीं है बोलकर जाओ। अगर आप ये कहेंगे तो मालूम हो जाएगा। उस वक्त हम आगे क्या कदम उठाएंगे ये बताएंगे।
उन्होंने कहा कि सबका एक ही मत है कि पेगासस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। उस चर्चा का उत्तर देने के लिए वहां प्रधानमंत्री या गृहमंत्री का उपस्थित होना जरूरी है। उत्तर तो गृहमंत्री को ही देना पड़ता है, क्योंकि ये विभाग उनके अधीन है। गृहमंत्री के इशारे के बिना कोई टैप नहीं कर सकता है।गौरतलब है कि पेगासस मामले को लेकर विपक्षी दलों के बीच एकजुटता है। बीते दिनों कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार यह बताए कि उन्होंने इजरायली जासूसी सॉफ्टवेयर खरीदा है या नहीं ?