By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 09, 2019
नयी दिल्ली। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने नागरिकता संशोधन विधेयक को पड़ोसी देशों में पीड़ा झेलने वाले अल्पसंख्यकों को राहत देने वाला कदम करार देते हुए सोमवार को लोकसभा में कहा कि विपक्ष को घुसपैठिये और शरणार्थी में फर्क करना होगा। विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए लेखी ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के संदर्भ में कहा कि अल्पसंख्यकों पर वहां अत्याचार हुए और उन्हें इस विधेयक से राहत मिलेगी।
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उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को गुमराह करने की कोशिश हो रही है, जबकि हमें घुसपैठिए और शरणार्थी में फर्क करना होगा। शिरोमणि अकाली दल के सुखवीर सिंह बादल ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान के मुस्लिम समुदाय के उन पंथ के लोगों को भी इसके दायरे में लाना चाहिए जिन्होंने प्रताड़ित किया गया है। इससे अच्छा संदेश जाएगा।
कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा कि इस विधेयक को एनआरसी से अलग करके नहीं देखा जा सकता। यह एनआरसी में विफलता को ढंकने के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि पहले एनआरसी से बाहर रह गए भारतीय नागरिकों को को घुसपैठिया कहने के लिए गृह मंत्री अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए।