By अंकित सिंह | Feb 13, 2023
अडाणी मामले को लेकर आज भी राज्यसभा की कार्यवाही हंगामेदार रही। विपक्षी सांसदों के हंगामे और नारेबाजी के कारण राज्यसभा की कार्यवाही को दो बार के स्थगन के बाद अगले महीने 13 तारीख तक के लिए स्थगित कर दी गई। आज राज्यसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विपक्षी सांसदों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ को सदन की कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भी जबरदस्त तरीके से नारेबाजी की। विपक्षी सांसद अडाणी समूह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए जेपीसी गठित किए जाने की मांग पर अड़े रहे। बजट सत्र का दूसरा भाग 13 मार्च से शुरू होगा।
हंगामा देख जगदीप धनखड़ ने कहा कि जानबूझकर अड़ंगा लगाया जा रहा है और यह सदन चलाने का तरीका नहीं है। हम पहले ही काफी समय बर्बाद कर चुके हैं। यदि सदन को इस तरह के व्यवधान के अधीन किया जाता है, तो मैं लोगों की अपेक्षा के अनुसार कार्य करने के लिए विवश हो जाऊंगा। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा कि विपक्ष के नेता, आपने इतने शब्दों में संकेत दिया है कि अध्यक्ष दबाव में काम कर रहे हैं। ये शब्द विलोपित हैं। आप सदन के पटल पर बने रहने के अपने अधिकार का हनन कर रहे हैं। हर बार आप कह रहे हैं कि अध्यक्ष दबाव में काम कर रहे हैं।
एक बार के स्थगन के बाद 11:50 बजे बैठक शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा और सत्ता पक्ष ने एक बार फिर अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने और रजनी पाटिल का निलंबन वापस लेने की मांग की। इस मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही सभापति जगदीप धनखड़ ने पहले शून्यकाल और फिर प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया। लेकिन जेपीसी की मांग कर रहे विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धनखड़ ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सदन चलने देने की बार-बार अपील की। लेकिन अपनी अपील का असर नहीं होते देख उन्होंने 12:05 बजे बैठक 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी।