By अंकित सिंह | Feb 05, 2024
संसद का बजट सत्र चल रहा है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'धन्यवाद प्रस्ताव' पर जवाब दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 31 जनवरी को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह 75वां गणतंत्र दिवस, नई संसद, सेनगोल - ये सब बहुत प्रभावशाली था। हम इसे हमेशा याद रखेंगे। धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रपति इस नए संसद भवन में हम सबको संबोधित करने आए और जिस गौरव और सम्मान के साथ सेनगोल ने पूरे जुलूस का नेतृत्व किया - हम उसके पीछे चल रहे थे। जब हम नए संसद भवन में, इस नई परंपरा में, भारत की आज़ादी के उस पवित्र क्षण के प्रतिबिंब के साक्षी बनते हैं, तो लोकतंत्र का सम्मान बढ़ता है
मोदी ने विपक्ष पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि मैं लंबे समय तक विपक्ष में रहने के विपक्ष के संकल्प की सराहना करता हूं...जिस तरह आप यहां (सरकार में) कई दशकों तक बैठे रहे, उसी तरह आप वहां (विपक्ष में) बैठने का संकल्प करते हैं। जनता जरूर देगी आपको इसका आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि आप में से बहुत लोग चुनाव लड़ने का हौसला खो चुके हैं, कुछ पिछली बार सीट बदले थे और इस बार भी बदलने के प्रयास में हैं। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि मैंने यह भी सुना है कि कई लोग अब लोकसभा की बजाय राज्यसभा जाना चाहते हैं. वे हालात का आकलन कर अपनी राह तलाश रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी नेताओं ने देश को "निराश" किया है, उन्होंने कहा कि वे अभी भी "टेप रिकॉर्डर" की तरह भाजपा के खिलाफ जवाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में कांग्रेस के पास एक मजबूत विपक्ष बनने का अवसर था, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रही।
मोदी ने कहा कि देश को मजबूत और स्वस्थ विपक्ष की जरूरत है। हालाँकि, उन्होंने कहा, कि विपक्षी दल कांग्रेस केवल 'परिवारवाद' की राजनीति' में शामिल थी। राहुल गांधी के संदर्भ में, मोदी ने कहा कि कांग्रेस बार-बार एक "विफल उत्पाद" लॉन्च करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में, कांग्रेस की दुकान ताला लगाने की नौबत आ गई है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को 'कैंसिल कल्चर' अपनाने की आदत है। अपनी बात को विस्तार से बताने के लिए उन्होंने उन सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं को सूचीबद्ध किया जिनका कांग्रेस ने विरोध किया था। अपना वार जारी ऱकते हुए मोदी ने कहा कि कब तक टुकड़ों में सोचते रहोगे, कब तक समाज को बांटते रहोगे, बहुत तोड़ा देश को... अच्छा होता कि जाते-जाते तो कम से कम इस चर्चा के दरम्यान कुछ सकारात्मक बातें होती, कुछ सकारात्मक सुझाव आते। लेकिन हर बार की तरह आपने देश को काफी निराश किया।