By अनुराग गुप्ता | Jul 26, 2022
नयी दिल्ली। संसद का मानसून सत्र काफी हंगामेदार गुजर रहा है। सातवें दिन भी जमकर हंगामा हुआ और राज्यसभा के 19 विपक्षी सांसदों पर गाज भी गिरी। आपको बता दें कि विपक्षी सांसद जीएसटी, महंगाई समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर सदन में जमकर हो-हल्ला मचा रहे हैं। जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।
चर्चा से भाग रहा विपक्ष
इसी बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने विपक्ष पर सदन को सुचारू ढंग से नहीं चलने देने का आरोप लगाया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है। सरकार सदन में महंगाई को लेकर भी चर्चा कराना चाहती है और बताना चाहती है कि कैसे बाकी देशों के मुकाबले भारत में महंगाई कम रही है।
उन्होंने कहा कि हम भी सदन में बताना चाहते हैं कि कैसे जीएसटी काउंसिल में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी, डीएमके, टीआरएस ने मिलकर सर्वसम्मति से जो निर्णय लिए उस पर भी सदन नहीं चलने दे रहे हैं। विपक्ष चर्चा से भाग रहा है क्योंकि वह अपनी जिम्मेदारियों में विफल रहा है।
विपक्षी सांसदों पर गिरी गाज
लोकसभा के 4 सदस्यों को सोमवार को मौजूदा सत्र की शेष अवधि से निलंबित करने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्यसभा के 19 विपक्षी सांसदों पर भी गाज गिरी। आपको बता दें कि राज्यसभा के 19 विपक्षी सांसदों को एक सप्ताह के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया। जिसमें तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव, मौसम नूर, शांता छेत्री, डोला सेन, अभिरंजन विश्वास, मोहम्मद नदीम उल हक, आर वद्दीराजू, एस कल्याणासुंदरम, आर गिररंजन, एनआर इलांगो, एम शणमुगम, दामोदर राव दिवाकोंडा और पी संदोष कुमार हैं।