By अंकित सिंह | Aug 21, 2021
कोरोना महामारी को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर तक गरीबों को मुफ्त में अनाज देने की घोषणा की है गरीबों को यह आनाज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत दी जा रही है। इसको लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में भी उत्साह है। भाजपा कार्यकर्ता भी इस योजनाओं को घर-घर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं। हालांकि बिहार में इसको लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। बिहार में भाजपा नेता प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत राशन बांटते हुए तस्वीरें अपनी सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं जो विपक्ष को उचित नहीं लग रहा है। विपक्ष का दावा है कि भाजपा पार्टी हितों को साधने के लिए सरकारी योजना का उपयोग कर रही है।
मृत्युंजय तिवारी ने आगे कहा कि राजद कार्यकर्ता सरकारी योजना के अनुसार लाभ लेने की कोशिश कर रही भाजपा के खिलाफ लोगों में जागरूकता पैदा करेंगे। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकारी योजना को भाजपा की योजना के रूप में प्रदर्शित करना बुरा है और अनुचित भी है। लेकिन वर्तमान व्यवस्था में कुछ भी संभव है। हम विपक्ष के तौर पर इसके खिलाफ आवाज उठा सकते हैं। हालांकि भाजपा प्रवक्ता ग्रुरू प्रकाश पासवान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अन्न योजना एक क्रांतिकारी योजना है। विपक्ष का एक वर्ग अनावश्यक विवाद को जन्म दे रहा है। यह सरकार की योजनाओं को कमजोर करने का एक असफल प्रयास है।