By अनुराग गुप्ता | Jan 29, 2021
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये कौन सी परंपरा है? यह आचरण बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ये अहंकार ठीक नहीं है। देश की संसदीय परंपरा का उल्लंघन हुआ है। हम इस पर गंभीर रोष प्रकट करते हैं। यह संसदीय परंपरा का अनादर है और हम इसे बिल्कुल अनुचित मानते हैं।
वहीं, केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण गैर-राजनीतिक होता है इसमें शामिल होना चाहिए। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि वो इसका बहिष्कार कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस, शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस समेत देश के 20 से अधिक विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए शुक्रवार को संसद में होने वाले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण का बहिष्कार किया।