By नीरज कुमार दुबे | Feb 28, 2024
लोकसभा चुनावों से पहले हुए राज्यसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने इंडिया गठबंधन को तगड़ा झटका दिया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भाजपा उम्मीदवारों ने सिर्फ जीत हासिल नहीं की है बल्कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में बड़ा बिखराव भी ला दिया है। हिमाचल प्रदेश में तो कांग्रेस सरकार का गिरना अब तय माना जा रहा है और इस तरह उत्तर भारत में उसकी एकमात्र राज्य सरकार भी हाथ से चली जायेगी। वहीं समाजवादी पार्टी की बात करें तो ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस से गठबंधन करते ही उसे झटके पर झटके लगने शुरू हो चुके हैं। पहले स्वामी प्रसाद मौर्य सपा छोड़ गये उसके बाद आठ विधायकों ने राज्यसभा चुनाव वाले दिन पाला बदल लिया। बताया जा रहा है कि कई और सपा विधायक भी पाला बदलने के मूड़ में हैं। जहां तक राज्यसभा चुनावों की बात है तो इसके परिणाम भाजपा और एनडीए के लिए काफी सुखद और उत्साह बढ़ाने वाले रहे हैं। एनडीए के पास अब राज्यसभा में बहुमत से मात्र चार वोट कम रह गये हैं।
लोकसभा चुनावों की दृष्टि से देखें तो भाजपा उत्तर प्रदेश में लगातार अपना विजय रथ आगे बढ़ा रही है। 2014 के लोकसभा चुनावों से भाजपा की जीत का जो सिलसिला शुरू हुआ था वह 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों, 2019 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद पंचायत और महापौर चुनावों और अब राज्यसभा चुनावों तक जारी है। भाजपा की राज्य इकाई इस बार उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तय किये गये 370 सीटें जीतने के लक्ष्य को पूरा करने में सबसे अहम योगदान देना चाहती है। देखा जाये तो लक्ष्य बड़ा है लेकिन कठिन इसलिए नहीं है क्योंकि पार्टी बहुत समय से इसके लिए प्रयास कर रही है। भाजपा को मोदी और योगी सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाखों लाभार्थियों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता, उनकी ईमानदार और कड़े प्रशासक की छवि, हिंदुत्व की लहर तथा सभी सामाजिक समीकरणों को देखते हुए बनाये गये गठबंधन की बदौलत सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत की उम्मीद है।
भाजपा की यह उम्मीद हकीकत में बदल भी सकती है, यह संकेत तमाम ओपिनियन पोल भी दर्शा रहे हैं। इंडिया टीवी और सीएनएक्स के ओपिनियन पोल के परिणाम दर्शा रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए उत्तर प्रदेश की 80 में से 78 सीटों पर जीत हासिल करके नया रिकॉर्ड बना सकता है। हम आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में एनडीए ने 64 सीटों पर, समाजवादी पार्टी ने 5 सीटों पर और कांग्रेस ने 1 तथा बहुजन समाज पार्टी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। ताजा ओपिनियन पोल बता रहा है कि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए 53.16 प्रतिशत वोट शेयर के साथ सबसे आगे रहेगा। इंडिया गठबंधन का वोट प्रतिशत 32.57 और बसपा का वोट प्रतिशत 10.43 प्रतिशत तथा अन्यों का वोट प्रतिशत 3.84 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में एनडीए में भाजपा के अलावा राष्ट्रीय लोक दल, अपना दल सोनेलाल, निषाद पार्टी और सुभासपा शामिल हैं जबकि इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस शामिल हैं। बसपा ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
ओपिनियन पोल के परिणाम दर्शा रहे हैं कि अमेठी और रायबेरली जैसी वीआईपी सीटों पर कांटे की टक्कर के बावजूद भाजपा को जीत मिलेगी। इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी सिर्फ मैनपुरी और आजमगढ़ में बढ़त बनाये हुए है। ओपिनियन पोल ने वाराणसी संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी जीत की भविष्यवाणी करते हुए दावा किया है वह इस बार बड़े अंतर से चुनाव जीतने जा रहे हैं।