मुंबई। 'आई एम' और 'माई ब्रदर निखिल' जैसी फिल्में निर्देशित करने के लिये पहचाने जाने वाले ओनिर का कहना है कि बॉलीवुड के 'ए श्रेणी में सूचीबद्ध' सितारे अब इस तथ्य से वाकिफ हैं कि फिल्म उद्योग में टिके रहने के लिये सिर्फ फॉर्म्युला फिल्में उनकी मदद नहीं करने जा रही हैं। ओनिर (48) अपनी फिल्मों के जरिये अकेली मां, बाल शोषण और समलैंगिक संबंधों जैसे मुद्दों को रेखांकित करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग के लिये यह अच्छा वक्त है क्योंकि अब कमोबेश हर अभिनेता अपनी भूमिकाओं के साथ प्रयोग करने में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उन्हें एहसास हो गया है कि वे हर वक्त सिर्फ फॉर्म्युला फिल्में नहीं कर सकते हैं। ऐसा वक्त आ गया है जब बड़े सितारे भी स्वतंत्र फिल्म कर रहे हैं। इससे अधिक से अधिक दर्शकों ने ऐसी फिल्में देखना शुरू कर दिया है, जो फिल्म उद्योग के लिये अच्छा संकेत है।' ओनिर ने कहा, 'अभिनेता अब फिल्मों के साथ प्रयोग कर रहे हैं। हमारे पास सलमान खान हैं जो 'सुल्तान', 'बजरंगी भाईजान' जैसी फिल्में कर रहे हैं। अक्षय कुमार ने व्यावसायिक और गैर-व्यावसायिक अभिनय के बीच जबरदस्त तालमेल बरकरार रखा है। आमिर खान ऐसा कुछ समय पहले से ही कर रहे हैं।' बहरहाल, ओनिर 30 जून को अपनी फिल्म 'शब' की रिलीज की तैयारी कर रहे हैं। गहरे मानवीय रिश्तों को बताती ओनिर की यह फिल्म रवीना टंडन, फ्रांसीसी कलाकार सिमॉन फेने और आशीष बिष्ट एवं अर्पिता चटर्जी जैसे नवोदित कलाकारों से सजी है।