देश की शीर्ष तेल और गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी अरब सागर में अपने मुख्य गैस क्षेत्र में 103 कुओं की खुदाई के लिए दो अरब डॉलर का निवेश करेगी। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि इससे कुल उत्पादन में लगभग 10 करोड़ टन का इजाफा होने की उम्मीद है। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के पश्चिमी तट पर तीन मुख्य संपत्तियां हैं, जिनमें मुंबई हाई, हीरा और नीलम तथा वसई और सुदूर तेल एवं गैस क्षेत्र हैं। कंपनी ने इनसे 2021-22 में 2.17 करोड़ टन तेल और 21.68 अरब घनमीटर गैस का उत्पादन किया था।
ओएनजीसी के निदेशक (तटीय) पंकज कुमार ने कहा, “हमने अगले दो-तीन साल में वसई और सुदुर (बीएंडएस) तेल एवं गैस क्षेत्रों में 103 कुओं को खोदने का लक्ष्य तय किया है।” उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि इससे 10 करोड़ से ज्यादा तेल और तेल समतुल्य गैस का उत्पादन बढ़ जाएगा। इस प्रक्रिया में दो अरब डॉलर से अधिक का निवेश होगा।” ओएनजीसी देश में उत्पादित कुल तेल और गैस के दो-तिहाई का उत्पादन करता है।
बढ़ा हुआ उत्पादन ऊर्जा जरूरतों के लिए देश की आयात पर निर्भरता कम कर देगा। भारत लगभग 85 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है। इसे रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधनों में बदला जाता है। इसके अलावा लगभग प्राकृतिक गैस के लगभग आधे का उत्पादन करता है, जिसका उपयोग बिजली, उर्वरक बनाने, सीएनजी में बदलने और पाइप के जरिये घरों में पहुंचने वाली रसोई गैस में बदलने में किया जाता है।