By रेनू तिवारी | Jul 09, 2022
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की एक चुनाव रैली के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गयी। जापान के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री रह चुके शिंजो आबे के निधन से पूरा देश शोक में डूब गया है। भारत के साथ जापान के रिश्ते हमेशा मधुर रहे हैं लेकिन शिंजो आबे की भारत यात्रा ने भारत के साथ जापान के रिश्तों को और मजबूत किया था साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे अपने बड़े व्यक्तित्व से भारतवासियों का भी दिल जीत लिया। शिंजो आबे और प्रधानमंत्री मोदी के बीच एक अच्छी दोस्ती भी देखने को मिली थी। अपने दोस्त के दुनिया से चले जाने से पीएम मोदी भी काफी आहत हुए। भारत में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सम्मान में भारत शोक दिवस मना रहा है।
लाल किला, राष्ट्रपति भवन और संसद में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका हुआ था। जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधान मंत्री रहे 67 वर्षीय आबे की पश्चिमी जापानी शहर नारा में हत्या कर दी गई थी, जब वह अपनी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे। उन्हें आपातकालीन उपचार के लिए एक अस्पताल में ले जाया गया था, लेकिन उनकी सांस नहीं चल रही थी और उनका दिल रुक गया था। बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
राष्ट्रपति कोविंद ने ट्विटर पर कहा "मुझे यह विश्वास करना मुश्किल लगता है कि शिंजो आबे नहीं रहे। वह एक महान राजनेता थे, और उनकी संक्रामक मिलनसारिता ने उन्हें दुनिया भर में पसंद किया। वह एक हत्यारे की गोली का शिकार हुआ, यह पूरी मानवता के लिए एक त्रासदी है। उनके परिवार और जापान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी कहा कि वह जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन से दुखी हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आबे के निधन पर गहरा शोक जताया और कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन जापान और दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने में समर्पित कर दिया। मोदी ने एक के बाद एक किए गए ट्वीट में कहा, ‘‘मेरे प्रिय मित्रों में शुमार शिंजो आबे के दुखद निधन से मैं हैरान और दुखी हूं और इसे व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। वह एक शीर्ष वैश्विक पथप्रदर्शक, एक उत्कृष्ट नेता और एक अद्भुत प्रशासक थे। उन्होंने जापान और विश्व को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।’’
विश्व की शक्तिशाली और प्रभावी हस्तियों में शुमार जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर शुक्रवार को एक चुनावी सभा के दौरान हुए जानलेवा हमले से दुनियाभर के नेता सकते में हैं। ईरान ने इसे जहां ‘आतंकवादी कार्रवाई’ बताया तो वहीं स्पेन ने इसे ‘कायराना हमला’ करार दिया है। यूरोपीय नेताओं ने इस ‘‘घृणित’’ हमले की निंदा की। अमेरिका से लेकर भारत, भूटान, तुर्किए, पाकिस्तान और श्रीलंका समेत विभिन्न देशों ने दुख की इस घड़ी में अपनी संवेदनाएं जताने के साथ ही जापान की जनता के साथ एकजुटता प्रदर्शित की है। जापान के पश्चिमी हिस्से नारा में आबे (67) को एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान गोली मारी गई और उन्हें विमान से एक अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने घटनास्थल पर एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। आबे 2020 में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण इस्तीफा देने से पहले, देश के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे। दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में इस घटना ने न केवल जापान, बल्कि दुनियाभर के लोगों को सकते में डाल दिया है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने इस घटना को ‘‘नृशंस और बर्बर’’ बताया है। किशिदा ने कहा, ‘‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव, जो लोकतंत्र की जड़ है, को संरक्षित करने की आवश्यकता है, चाहे कुछ भी हो। हम हिंसा से नहीं हारेंगे।’’ तुर्किए से लेकर सिंगापुर तक के नेताओं ने इस हमले की निंदा की और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गोलीबारी को ‘‘घिनौना कृत्य’’ करार दिया। जॉनसन ने ट्वीट किया, ‘‘उनके वैश्विक नेतृत्व को हमेशा याद किया जाएगा। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और जापानी लोगों के साथ हैं। इस दुखद समय में ब्रिटेन आपके साथ खड़ा है।’’