By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 22, 2024
इंदौर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के सतना की चुनावी रैली में शामिल नहीं होने पर मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि मतदाताओं में कांग्रेस को लेकर कोई रुझान नहीं होने के कारण राहुल की तबीयत खराब होना स्वाभाविक है। राहुल के रैली में शामिल नहीं होने के लिए पार्टी ने उनकी खराब तबीयत का हवाला दिया है। राहुल को रविवार को सतना लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धार्थ कुशवाहा के प्रचार के लिए आयोजित एक रैली को संबोधित करना था।
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि तबीयत खराब होने के कारण राहुल इस रैली में शामिल नहीं हो सकेंगें। बाद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रैली को संबोधित किया। विजयवर्गीय ने राहुल का सतना दौरा रद्द होने के बारे में पूछे जाने पर इंदौर में संवाददाताओं से कहा, यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि जनता में (कांग्रेस को लेकर) कैसा रुझान है। अगर जनता रुझान नहीं दिखाती तो तबीयत खराब हो जाती है। ऐसे में (राहुल की) तबीयत खराब होनी स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि अगर किसी नेता के प्रति जनता में रुझान होता है तो वह बुखार से पीड़ित होने के बाद भी मतदाताओं के बीच पहुंच जाता है।
विजयवर्गीय ने लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाए जाने पर कहा, कांग्रेस जब कोई चुनाव जीतती है तो ईवीएम की आरती उतारती है लेकिन जब वह चुनाव हारती है तो ईवीएम को गाली देने लगती है।’’ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हालिया बयान में कहा था कि लोकसभा चुनावों में 400 से ज्यादा सीटें जीतने का नारा देने वाली भाजपा देश की मौजूदा आरक्षण व्यवस्था खत्म करना चाहती है। विजयवर्गीय ने पटवारी के इस बयान को मूर्खतापूर्ण करार देते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ऐसे कथनों के जरिये मतदाताओं में गलतफहमी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘देश की आजादी के बाद जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगाया गया था। पटवारी और कांग्रेस के अन्य नेताओं से पूछा जाना चाहिए कि वहां (जम्मू-कश्मीर में) आरक्षण था क्या? अनुच्छेद 370 हटने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां के दलित भाइयों को आरक्षण दिया।’’ विजयवर्गीय ने कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आप कांग्रेस का चुनावी घोषणापत्र उठाकर देख लीजिए। ऐसा लगता है कि इसे किसी वामपंथी व्यक्ति या मुस्लिम लीग ने बनाया है। कांग्रेस देश के बारे में नहीं, बल्कि कुर्सी के बारे में सोचती है।